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Manisha Death Case: मनीषा मौत मामले में CBI ने खंगाले CCTV, दो घंटे की जांच...जानें क्या हुआ खुलासा 

 
Manisha Death Case: भिवानी की महिला टीचर मनीषा की मौत के मामले में CBI लगातार जांच जुटाने में लगी हुई है। CBI टीम ने रविवार को प्ले स्कूल में स्वजनों और स्कूल स्टाफ से एक साथ पूछताछ की। इस दौरान टीम ने CCTV खंगाले और स्वजनों की मौजूदगी में समय का मिलान किया। करीब दो घंटे तक यह जांच की गई। हालांकि, CBI को अभी तक इस मामले में कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। 

19 दिन से जांच कर रही CBI 

आपको बता दें कि पिछले 19 दिन से मामले की जांच कर रही CBI टीम अब तक प्ले स्कूल संचालकों, स्टाफ, नर्सिंग कालेज संचालकों, स्वजनों, बकरी पालक, खेत मालिक, खाद-बीज विक्रेता दुकानदार, लाइब्रेरी संचालकों से पूछताछ कर उनके बयान कलमबद्ध कर चुकी है। अब तक सीन आफ क्राइम क्रिएट किया जा चुका है। अब टीम ने अलग-अलग पक्षों को आमने सामने करना शुरू कर दिया है। जिसके तहत रविवार को प्ले स्कूल जहां मनीषा पढ़ाती थी, उसके संचालकों और स्वजनों को एकसाथ लेकर सीसीटीवी देखी और समय का मिलान किया गया।

जल्द होगा बड़ा खुलासा 

मनीषा मौत मामले की जांच में जुटी CBI टीम तीन सितंबर को भिवानी आई थी। टीम स्वजनों से बातचीत, प्ले स्कूल संचालक, स्टाफ से पूछताछ, नर्सिंग कालेज में पूछताछ के अलावा खाद-बीज दुकानदार देवेंद्र, बकरी पालक सतपाल, खेत मालिक पवन, साझेदार ईश्वर से पूछताछ कर चुकी है। सेंटरल फारेंसिक साइंस लैबोरेट्री ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की थी। जांच लगभग पूरी हो गई है, अब जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा। 

जानें क्या है मामला

आपको बता दें कि प्ले स्कूल की शिक्षिका ढाणी लक्ष्मण वासी मनीषा 11 अगस्त को स्कूल में पढ़ाने गई थी मगर वापस नहीं लौटी। स्वजन ने उसकी काफी तलाश की और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने अगले दिन 12 अगस्त को गुमशुदगी का केस दर्ज किया। 13 अगस्त को मनीषा का शव सिंघानी गांव में नहर किनारे मिला। गले पर चोट के निशान देख स्वजनों ने हत्या के आरोप लगाए। नागरिक अस्पताल में चिकित्सकाों के बोर्ड ने शव का पपोस्टमार्टम किया। लेकिन स्वजन ने शव लेने से इंकार करते हुए कहा कि पहले आरोपितों की गिरफ्तारी करें।

स्वजनों की मांग पर पीजीआइ रोहतक में चिकित्सकों के बोर्ड ने दोबारा पोस्टमार्टम किया। विसरा जांच करवाई गई। जिसमें सामने आया कि शरीर में जहरीला पदार्थ है। स्वजन ने धरना दिया और एम्स दिल्ली में पोस्टमार्टम और सीबीआइ जांच की मांग की। प्रदेश सरकार ने ये दोनों मांगे मानी। जिसके बाद 21 अगस्त को गांव में ही शव का अंतिम संस्कार किया गया।