Haryana News: हरियाणा में सड़क नेटवर्क को मिलेगी मजबूती, सीएम नायब सिंह सैनी ने किया इस प्रोजेक्ट का शुभारंभ
दरअसल, हिसार में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का यह दिन हरियाणा के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज होने जा रहा है। यह परियोजना आने वाले सालों में विकसित भारत-विकसित हरियाणा के निर्माण में मील का पत्थर साबित होगी।
यह एक ऐसी परियोजना है, जो ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच के फासले को कम करेगी, लोगों को बेहतर संपर्क सुविधा देगी तथा प्रदेश की आर्थिक, सामाजिक व व्यावसायिक धारा को और गति देगी। इस परियोजना के तहत आज 410 सड़कों की मरम्मत और सुधार कार्य का शुभारंभ हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि कोई भी ठेकेदार या अधिकारी ढांचागत निर्माण में लापरवाही न करे। जहां कहीं भी निर्माण में गुणवत्ता की शिकायत मिलेगी, वहां कठोर कार्रवाई की जाएगी। यह जनता का पैसा है और इसका हर पैसा जनता के भले में ही खर्च होना चाहिए।
PM के विकसित भारत और आत्मनिर्भर भारत के सपने को करेगी साकार
नायब सिंह सैनी ने कहा कि यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके 75वें जन्मदिन पर सच्ची भेंट है। उनका जीवन सेवा, समर्पण और संकल्प का जीवंत उदाहरण है। आज हिसार से शुरू हो रही यह प्रदेशव्यापी पहल निश्चित रूप से प्रधानमंत्री के विकसित भारत और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करेगी। उन्होंने कहा कि पिछले 11 सालों में प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में भारत ने सड़क अवसंरचना में अभूतपूर्व क्रांति देखी है।
डिफेंस कॉरिडोर से लेकर फ्रेट कॉरिडोर तक, भारतमाला से सागरमाला तक, रोडवेज, रेलवे और एयरवेज कनेक्टिविटी का जाल पूरे देश में फैलाने के लिए प्रधानमंत्री मिशन मोड पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रादेशिक सड़क उत्थान परियोजना से ट्रांसपोर्ट लागत घटेगी, प्रदूषण में कमी आएगी, ईंधन की बचत होगी, उद्योग और कृषि को गति मिलेगी।
पिछले 11 वर्षों में 43,703 KM लंबी सड़कों का हुआ सुधार
नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश में पिछले 11 वर्षों में 28,651 करोड़ रुपये की लागत से 43,703 किलोमीटर लंबी सड़कों का सुधार किया है। इसके साथ ही, 2,534 करोड़ रुपये की लागत से 2,417 किलोमीटर लंबी नई सड़कों का निर्माण भी किया है। इनके अलावा, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत प्रदेश में 1,077 करोड़ रुपये की लागत से 2,432 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण किया जा चुका है। प्रदेश में कुल 759 रेलवे क्रॉसिंग हैं।
इनमें से 592 मानव संचालित तथा 167 स्वचलित हैं। पिछले 11 वर्षों में लगभग 2 हजार करोड़ रुपये की लागत से 97 रेलवे ऊपरगामी व भूमिगत पुलों का निर्माण करवाया है। इस समय 1,026 करोड़ रुपये की लागत से 47 रेलवे ऊपरगामी व भूमिगत पुलों का निर्माण कार्य प्रगति पर भी है। जबकि, कांग्रेस के 10 वर्ष के कार्यकाल में केवल 51 रेलवे ऊपरगामी और भूमिगत पुलों का निर्माण करवाया गया।