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 Haryana News:  हरियाणा की बेटियों ने रचा इतिहास, दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव जीतकर प्रदेश का नाम किया रोशन

 

Haryana News: हरियाणा की सिरसा की धरती ने एक बार फिर इतिहास रचा है। साधारण परिवार और सरकारी विद्यालय(केंद्रीय विद्यालय संगठन) से शिक्षा प्राप्त करने वाली दो बेटियों ने दिल्ली विश्वविद्यालय जैसे विश्वस्तरीय संस्थान में छात्रसंघ चुनाव जीतकर पूरे हरियाणा का नाम रोशन कर दिया है।

जानकारी के मुताबिक, प्रियंका रानी घणगस पुत्री बलदेव राज घणगस एवं श्रीमती पुनीता रानी, ने अपनी कड़ी मेहनत और संघर्ष के दम पर मिरांडा हाउस गर्ल्स कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय) में छात्रसंघ चुनाव जीतकर अध्यक्ष पद हासिल किया। यह पहला अवसर है जब सिरसा की किसी बेटी ने इतने बड़े राष्ट्रीय स्तर पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की हो। उनकी छोटी बहन भारती रानी घणगस ने दिल्ली विश्वविद्यालय के डीआरसी कॉलेज(बीए प्रोग्राम) से चुनाव लड़कर भारी मतों से उपाध्यक्ष का पद अपने नाम कर लिया।

दोनों बेटियों की शुरुआत सरकारी स्कूल और केंद्रीय विद्यालय से हुई


प्रमुख तथ्य दोनों बेटियों का पैतृक गांव धनाना, जिला भिवानी है। शिक्षा की शुरुआत सरकारी स्कूल और केंद्रीय विद्यालय संगठन से हुई। यह उपलब्धि इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि “सपनों की उड़ान ऊँची हो तो पंखों की नहीं, हौसलों की ज़रूरत होती है। यह दोनों बेटियाँ उस परिवार से आती हैं, जिनके माता-पिता समाजसेवा में भी मिसाल बने हुए हैं। समाज सेवक बलदेव राज घणगस व पुनीता रानी ने हरियाणा व सिरसा जिले में अपने स्तर पर बिना किसी सरकारी सहयोग के 10 लाख से अधिक पौधे और हजारों ट्री गार्ड लगाकर “हरा-भरा सिरसा” अभियान चलाया और पर्यावरण संरक्षण में एक नई पहचान बनाई। यही संस्कार और समाजसेवा की भावना उनकी बेटियों की सफलता में भी झलकती है।

बड़े पदों तक पहुंचने के लिए महंगे निजी स्कूलों की पढ़ाई जरूरी नहीं

पर्यावरण से लेकर शिक्षा तक, यह परिवार आज सिरसा और भिवानी ही नहीं, बल्कि पूरे हरियाणा के लिए प्रेरणा का स्तंभ बन गया है। यह जीत पूरे प्रदेश की बेटियों के लिए प्रेरणा है। अब कोई यह नहीं कह सकेगा कि बड़े पदों तक पहुंचने के लिए महंगे निजी स्कूलों की पढ़ाई अनिवार्य है। सिरसा की बेटियों ने न केवल प्रदेश बल्कि देश को भी यह संदेश दिया है कि भविष्य अब नारी नेतृत्व के बिना अधूरा है। प्रियंका रानी और भारती रानी की ऐतिहासिक जीत यह साबित करती है कि मेहनत,निष्ठा और आत्मविश्वास से असंभव भी संभव हो सकता है।

हरियाणा की बेटियां नए कीर्तिमान रच रही
आज हरियाणा गर्व से कह सकता है कि उसकी बेटियाँ केवल शिक्षा ही नहीं, बल्कि समाजसेवा और नेतृत्व के क्षेत्र में भी नए कीर्तिमान रच रही हैं। यह जीत न केवल हरियाणा की आने वाली पीढ़ियों के लिए आशा और साहस का प्रतीक है, बल्कि पूरे देश में बेटियों की बढ़ती शक्ति और नेतृत्व क्षमता की गूंज है।