Haryana News: हरियाणा में DSP के रीडर की जल्द हो सकती है गिरफ्तारी, एसीबी ने कोर्ट वारंट पर वॉयस सैंपलिंग के लिए तलब किया
जानकारी के मुताबिक, दर्शन सिंह और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ करीब दो महीने पहले भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया छा। बताया जा रहा है कि माननीय कोर्ट के दिशा निर्देश पर रीडर को पहले भी तीन बार समान जारी किए जा चुके थे। लेकिन, अब 27 अगस्त को भी रीडर के वॉयस सैंपलिंग को लेकर वारंट जारी हुए थे। उपरोक्त वारंट पर रीडर दर्शन सिंह को ACB सिरसा लेकर गई है।
ऑडियो में सामने आया अवैध वसूली का मामला
खबरों की मानें, तो भूना निवासी नरेश सोनी के साथ कुछ समय पहले दर्शन सिंह की एक ऑडियो वायरल हुई थी। इस ऑडियो में ढाणी भोजराज गांव में अंतरजातीय प्रेम विवाह के मामले में 10 लाख रुपये की अवैध वसूली की बात कही जा रही थी। इसमें आरोप लगा कि यह राशि DSP संजय बिश्नोई के लिए ली गई थी। इसी ऑडियो के आधार पर शिकायतें दर्ज हुई और जांच शुरू की गई।
व्हिसल ब्लोअर ने उठाया था मामला
खबरों की मानें, तो भूना निवासी व्हिसल ब्लोअर नरेश सोनी ने इस पूरे मामले को उठाया। उन्होंने 13 मई को ACB को शिकायत भेजी, जिसमें आरोप लगाया कि एससी/एसटी एक्ट का डर दिखाकर गांव के लोगों से पैसे लिए गए। उन्होंने दावा किया कि गांव के 14 परिवारों से चंदा इकट्ठा कर 10 लाख रुपये डीएसपी को दिए गए। यहां तक कि रीडर दर्शन सिंह ने खुद 5.30 लाख रुपये देने की बात स्वीकारी थी।
क्या था पूरा मामला
31 जनवरी 2025 को गांव ढाणी भोजराज का 22 युवक सचिन एक 26 वर्षीय युवती रेनू के साथ घर से भाग गया था। दोनों ने 4 फरवरी को प्रेम विवाह कर लिया। युवक SC वर्ग से है जबकि युवती जनरल वर्ग से है। इसलिए युवक के परिवार का गांव में सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया।
इसके बाद पुलिस ने 15 फरवरी को 9 लोगों को नामजद करते हुए 50 अन्य के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर दिया। गांव में तनाव का माहौल बन गया। डीएसपी जयपाल सिंह के दिशा निर्देश पर पुलिस ने पहले 3 दुकानदारों को हिरासत में लिया, जिससे नाराज ग्रामीणों ने सड़क जाम कर विरोध किया। ढाणी भोजराज के लोगों की मांग पर जांच DSP जयपाल सिंह की जगह इसे DSP संजय बिश्नोई को सौंपी गई। जिसमें कुछ लोगों ने जांच अधिकारी के साथ मध्यस्थता करके पूरे मामले को खारिज करवा दिया और झूठी अफवाह फैलाने के नाम पर चौकीदार को मोहरा बना दिया।
मानव अधिकार आयोग ने भी मांगा जवाब
खबरों की मानें, तो शिकायतकर्ता नरेश सोनी का आरोप है कि पुलिस ने मामले की निष्पक्ष जांच नहीं की। उन्होंने दावा किया कि न तो सभी पक्षों के बयान लिए गए और न ही जांच अधिकारी गांव में आए। उन्होंने मानव अधिकार आयोग में भी शिकायत की। आयोग ने 1 सितंबर को हरियाणा के डीजीपी से 4 सप्ताह के भीतर जवाब तलब किया है। शिकायतकर्ता ने बताया कि इस मामले में पहले DSP संजय बिश्नोई को क्लीन चिट दी गई थी, लेकिन अब जांच प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। नरेश सोनी का कहना है कि क्लीन चिट पूर्व निर्धारित स्क्रिप्ट की तरह दी गई थी, ताकि दोषियों को बचाया जा सके।
एसीबी कर रही है तकनीकी जांच
खबरों की मानें, तो सिरसा ACB टीम के प्रभारी इंस्पेक्टर सत्यवान शर्मा ने बताया कि दर्शन सिंह का वॉयस सैंपल लिया जाएगा। सैंपल रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।