Haryana : हरियाणा में ACB का बड़ा एक्शन, BDPO और ठेकेदार गिरफ्तार; करोड़ों के घोटाले से जुड़ा है मामला
जानें क्या है मामला
बता दें आरोप है कि साल 2020 में कार्यवाहक सरपंच ब्रहमपाल, ग्राम सचिव जोगेंद्र और तत्कालीन BDPO पूजा शर्मा ने आपसी मिलीभगत से बगैर प्रशासनिक मंजूरी लिए फर्जी विकास कार्य दिखाकर करीब 22 करोड़ रुपये की गड़बड़ी की। इनमें से लगभग 17 करोड़ रुपये विभिन्न कंपनियों के खातों में ठेकेदार हीरालाल के माध्यम से ट्रांसफर किए गए।
जांच में यह भी सामने आया कि पूजा शर्मा ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए पंचायत खातों को फ्रीज होने के बावजूद अपने स्तर पर खुलवाया और रसिक बिहारी कंस्ट्रक्शन कंपनी को भुगतान किया। आरोप है कि इसके एवज में उन्होंने करीब 9 करोड़ रुपये रिश्वत के रूप में हासिल किए।
इसके अलावा ठेकेदार हीरालाल पर नवंबर 2020 में पेड़-पौधे लगाने के नाम पर लगभग 43 लाख रुपये की धोखाधड़ी का भी आरोप है। दिलचस्प बात यह है कि जिस अवधि में भुगतान दिखाया गया, उस समय पौधारोपण संभव ही नहीं था। इससे संबंधित बिल जून 2021 के बाद काटे गए।
ACB द्वारा आरोपियों से पूछताछ जारी
जानकारी के अनुसार यह मामला 2023 में सरकार द्वारा ACB को जांच के लिए सौंपा गया था। वर्तमान में एसीबी टीम दोनों आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है और अन्य संबंधित लोगों की भूमिका भी खंगाली जा रही है।