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IAS Success Story: इंजीनियरिंग के बाद शुरू की UPSC की तैयारी, पहले प्रयास में श्रुति सिंह बन गई IAS अफसर

 
IAS Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। लाखों अभ्यर्थी हर साल इस परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन बहुत कम ही लोग इसे पास कर पाते हैं। कई उम्मीदवार वर्षों तक मेहनत करने के बाद भी सफलता नहीं पा पाते। वहीं कुछ प्रतिभाशाली युवा ऐसे भी हैं जो पहले ही प्रयास में इस परीक्षा को न केवल पास करते हैं बल्कि टॉप रैंक भी हासिल कर लेते हैं।

ऐसी ही एक मिसाल हैं आईएएस श्रुति सिंह, जो आज उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की जिलाधिकारी (DM) के रूप में कार्यरत हैं।

पंजाब से ताल्लुक, इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री

आईएएस श्रुति सिंह मूल रूप से पंजाब की रहने वाली हैं। उन्होंने पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (B.Tech) की डिग्री हासिल की। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी शुरू की।

पहले ही प्रयास में 16वीं रैंक हासिल

यूपीएससी की कठिन परीक्षा में जहां अधिकतर उम्मीदवारों को कई प्रयासों के बाद सफलता मिलती है, वहीं श्रुति सिंह ने पहले ही प्रयास में 16वीं रैंक हासिल कर सबको चौंका दिया। वर्ष 2011 में वे भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में चयनित हुईं और उत्तर प्रदेश कैडर में तैनात की गईं।

कई महत्वपूर्ण पदों पर निभाई जिम्मेदारी

अपने कार्यकाल के दौरान आईएएस श्रुति सिंह ने कई अहम पदों पर काम किया है। वे अपर मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM), नोएडा अथॉरिटी में ACEO, बलरामपुर और फतेहपुर जिलों की जिलाधिकारी रह चुकी हैं। इसके अलावा वे यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) में भी ACEO पद पर सेवाएं दे चुकी हैं।