नया एक्सप्रेसवे: त्योहारों पर घर पहुंचना होगा आसान, 5 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की सौगात
भारत में त्योहारों के दौरान लोग अपने घरों से दूर रहते हुए लंबी दूरी तय कर अपनों से मिलने की कोशिश करते हैं। लेकिन सीमित परिवहन संसाधनों और सड़कों की खराब स्थिति के कारण उनकी यह इच्छा अधूरी रह जाती है। इस समस्या को दूर करने के लिए केंद्र सरकार जल्द ही देश को 5 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की सौगात देने जा रही है। इनमें से 3 एक्सप्रेसवे अगले साल होली (मार्च 2025) के आसपास बनकर तैयार हो जाएंगे, जबकि 2 एक्सप्रेसवे मार्च 2026 तक पूरे होंगे। ये परियोजनाएं सड़क परिवहन मंत्रालय के तहत भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा संचालित की जा रही हैं।
कौन से एक्सप्रेसवे बनेंगे?
- दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (1386 किमी)
- यह देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा।
- लागत: करीब 1 लाख करोड़ रुपये।
- स्थिति: 90% काम पूरा, मार्च 2025 तक तैयार।
- यह दिल्ली से मुंबई तक यात्रा समय को 24 घंटे से घटाकर 12 घंटे कर देगा।
- अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे (109 किमी)
- लागत: 3,500 करोड़ रुपये।
- मार्ग: सरखेज (साबरमती) से धोलेरा, अधेलाई और भावनगर तक।
- स्थिति: निर्माण अंतिम चरण में, मार्च 2025 तक पूरा।
- यह गुजरात के औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगा।
- बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे (262 किमी)
- लागत: 17,000 करोड़ रुपये।
- मार्ग: कर्नाटक के होसकोटे से तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर तक।
- स्थिति: मार्च 2025 तक तैयार होने की उम्मीद।
- यात्रा समय 6-7 घंटे से घटकर 2 घंटे होगा।
- लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे (63 किमी)
- लागत: 4,700 करोड़ रुपये।
- स्थिति: निर्माण तेजी से चल रहा है, मार्च 2026 तक पूरा।
- यह उत्तर प्रदेश की दो प्रमुख शहरों को जोड़ेगा, यात्रा समय 30 मिनट तक कम होगा।
- दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे (669 किमी)
- लागत: 40,000 करोड़ रुपये।
- स्थिति: मार्च 2026 तक तैयार।
- दिल्ली से कटरा का सफर 6 घंटे में पूरा होगा, धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
निर्माण की स्थिति
- दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे: NHAI के अनुसार, दिल्ली से वडोदरा तक का 845 किमी हिस्सा 90% पूरा हो चुका है। बाकी काम भी समय पर खत्म हो जाएगा। तैयार हिस्सों को यातायात के लिए खोला जा रहा है।
- अहमदाबाद-धोलेरा: यह परियोजना दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर का हिस्सा है। निर्माण अंतिम चरण में है।
- बेंगलुरु-चेन्नई: कर्नाटक खंड लगभग पूरा, आंध्र और तमिलनाडु में काम तेजी से चल रहा है।
क्यों खास हैं ये एक्सप्रेसवे?
- त्योहारों पर सुविधा: होली, दिवाली जैसे मौकों पर लोग कम समय में घर पहुंच सकेंगे।
- आर्थिक विकास: परिवहन लागत घटेगी, व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
- सड़क यातायात में कमी: तेज और सुरक्षित सफर से सड़कों पर दबाव कम होगा।
हिसार एयरपोर्ट विवाद से सबक
हाल ही में हिसार एयरपोर्ट पर 180 करोड़ के कथित घोटाले और निर्माण में खामियों के बाद जांच के आदेश दिए गए हैं। इसे देखते हुए NHAI इन एक्सप्रेसवे परियोजनाओं में पारदर्शिता और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दे रहा है।