Haryana : हरियाणा से दिल्ली का सफर होगा आसान, यहां बनेगा 27 KM लंबा रोड
नजफगढ़ ड्रेन पर रोड निर्माण और ड्रेजिंग का प्रस्ताव सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग ने दिसंबर को हुई बोर्ड मीटिंग में सामने रखा। इसे बोर्ड के अध्यक्ष और सिंचाई मंत्री प्रवेश साहिब सिंह व अन्य मेंबर्स ने मंजूरी दे दी। नाले की ड्रेजिंग पर करीब 382 करोड़ रुपये खर्च होंगे। मीटिंग में मादीपुर नगर विधायक ऋतुराज झा, हरिनगर विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी और राजकुमार चौहान भी मौजूद रहे।
कनेक्टिविटी होगी बेहतर
जानकारी के अनुसार नजफगढ़ ड्रेन की कुल लंबाई लगभग 57 किलोमीटर है। यह वजीराबाद से निकलकर वेस्ट दिल्ली और साउथ-वेस्ट दिल्ली से होते हुए हरियाणा की ओर जाती है। ड्रेन के दोनों किनारों पर सैकड़ों कॉलोनियां बसी हैं। इनकी बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर के पास छावला बीएसएफ कैंप से बसाई दारापुर तक 27.40 किमी लंबी दो लेन की सड़क बनाई जाएगी।
सिल्ट हटाने के लिए 382 करोड़ खर्च
आपको बता दें कि सिंचाई और बाढ़ विभाग ने सिल्ट हटाने का 382 करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार किया था, जिसे बोर्ड मीटिंग में मंजूरी मिल गई। मंत्री ने बताया कि नवंबर 2022 में नजफगढ़ ड्रेन में सिल्ट के हालात जानने के लिए बेसिक सर्वे करवाया गया था। सर्वे में सामने आया कि ड्रेन में कुल 116.60 लाख क्यूबिक मीटर सिल्ट जमा है।
पिछले तीन सालों में 24.84 लाख क्यूबिक मीटर सिल्ट निकाली जा चुकी है। लेकिन अभी 91.76 लाख क्यूबिक मीटर सिल्ट निकालना बाकी है।
ट्रैफिक का भार होगा कम
ट्रेन पर बनने वाली दो लेन की रोड रिंग रोड और आउटर रिंग रोड पर ट्रैफिक भार को कम करेगी। इसके अलावा साउथ-वेस्ट दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों में जाने के लिए ककरोला रोड मुख्य रास्ता है। नई रोड बनने के बाद ककरोला रोड और द्वारका के गोलक लिंक रोड पर भी ट्रैफिक काफी कम होगा। इससे साउथ-वेस्ट दिल्ली की सड़कों पर जाम की समस्या में सुधार आएगा।