Haryana: हरियाणा में सिविल सर्जनों की बढ़ी जिम्मेदारी, सरकार ने जारी किया ये आदेश
पत्र में सिविल सर्जनों को बताया गया है कि अस्पतालों में सफाई की कमी न केवल मरीजों और उनके परिजनों के लिए, बल्कि अस्पताल में काम करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए भी स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से हानिकारक है। इसलिए सभी स्वास्थ्य संस्थानों में सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं।
सरकार ने कुछ सुझाव भी दिए हैं। इसमें कहा गया कि सिविल सर्जन अस्पतालों में सफाई व्यवस्था के लिए जनता की भागीदारी सुनिश्चित कर सकते हैं। इसके अलावा समाजसेवी संस्थाएं, युवा क्लब, एनसीसी, बैंक, पीएसयू, धार्मिक संस्थाएं और रजिस्टर्ड अस्पताल या प्रयोगशालाएं भी इस प्रयास में सहयोग कर सकती हैं।
अस्पतालों में सफाई संबंधी आदेश इस प्रकार हैं: ओपीडी शुरू होने से पहले सभी कमरे, प्रतीक्षा हॉल और रिसेप्शन की सफाई सुनिश्चित की जाए। सभी वार्ड और प्रयोगशालाओं में समय पर सफाई करवाई जाए। ब्लड बैंक, इमरजेंसी विभाग, प्रसूति कक्ष और मरीजों व तीमारदारों की अधिक आवाजाही वाले स्थानों पर हर एक-दो घंटे में सफाई की जाए। शौचालयों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। पीने के पानी और ओवरहेड टैंक की सफाई की जांच हर दो महीने में नियमित रूप से की जाए।