Haryana: हरियाणा में पूर्व मंत्री ने कांग्रेस को कहा अलविदा, बोले- अब चैन की नींद सोऊंगा
इस्तीफा देते हुए संपत सिंह ने कहा, “मैं अब चैन की नींद सोऊंगा। पार्टी छोड़ने का फैसला पूरी तरह से मेरा व्यक्तिगत है। मैं किस पार्टी में जाऊंगा, इस पर अभी कोई विचार नहीं किया है। इस बारे में कल से सोचना शुरू करूंगा।”
ताऊ देवीलाल के साथ की थी राजनीति की शुरुआत
संपत सिंह का राजनीतिक सफर पूर्व उपप्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल के साथ शुरू हुआ था। हाल ही में 25 सितंबर को वे रोहतक में हुई इनेलो की रैली में शामिल हुए थे, जिससे उनके राजनीतिक रुख को लेकर पहले से ही अटकलें तेज थीं।
इसके अलावा, उन्होंने कांग्रेस में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने पर भी आपत्ति जताई थी। उनके बयानों की शिकायत कांग्रेस की अनुशासन समिति के पास पहुंची थी, जिसके बाद पार्टी नेतृत्व से उनके रिश्ते और तनावपूर्ण हो गए थे।
राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेताओं को भेजी इस्तीफे की कॉपी
संपत सिंह ने इस्तीफे की कॉपी कांग्रेस के कई शीर्ष नेताओं राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, बीके हरिप्रसाद और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह को भी भेजी है।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा, “इन परिस्थितियों में मुझे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की उस क्षमता पर विश्वास नहीं रहा कि वह हरियाणा की जनता के हितों का प्रतिनिधित्व कर सकती है। मैं एक गर्वित हरियाणवी हूं और अपने प्रदेश की जनता को निराश नहीं कर सकता।”
संपत सिंह ने आगे लिखा कि हरियाणा के विकास और जनता के हित उनके लिए सर्वोपरि हैं, लेकिन वर्तमान कांग्रेस नेतृत्व में अब उन्हें भरोसा नहीं रहा। इसलिए उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है।
राजनीतिक गलियारों में अब यह चर्चा तेज है कि संपत सिंह आगे इनेलो या भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि उन्होंने फिलहाल किसी भी दल में जाने से इंकार किया है और कहा है कि आगे की रणनीति पर विचार वे जल्द करेंगे।