Haryana News: हरियाणा में सीएम नायब सिंह सैनी ने जनमाष्टमी पर गौशालाओं के लिए खोला खजाना, जारी की इतने करोड़ की राशि
Haryana News: हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कुरुक्षेत्र जिले की 19 गौशालाओं के लिए 1 करोड़ 80 लाख रुपए की चारा अनुदान राशि जारी की है। इस अवसर पर सीएम ने कहा कि हरियाणा सरकार की ओर से प्रदेश की 605 गौशालाओं के लिए 88 करोड़ 50 लाख रुपये की चारा अनुदान राशि जारी की जाएगी।
दरअसल, मुख्यमंत्री ने शनिवार को कुरुक्षेत्र के गीता ज्ञान संस्थान कुरुक्षेत्र में आयोजित गोशाला चारा अनुदान वितरण समारोह को संबोधित किया। इस दौरान सीएम ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व की शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने गीता एवं आयुर्वेद शोध का विमोचन किया। इससे पहले उन्होंने श्री कृष्ण कृपा गौशाला में जाकर गायों को गुड़ और चारा खिलाकर गाय की पूजा अर्चना की। इसके बाद गीता ज्ञान संस्थानम में स्थित श्री कृष्ण कृपा मंदिर में जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में पूजा अर्चना की।
270 करोड़ रुपये का दिया अनुदान
सीएम सैनी ने कहा कि सरकार ने पंजीकृत गौशालाओं को पिछले साढ़े 10 सालों में चारे के लिए 270 करोड़ रुपये का अनुदान दिया है। आज की राशि को मिलाकर अब तक 358 करोड़ 50 लाख रुपये की चारा अनुदान राशि दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में गाय आदिकाल से ही पूजनीय रही है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, गाय में सभी देवी-देवता निवास करते हैं। गाय के इसी महत्व को देखते हुए धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों द्वारा गौशालाओं की स्थापना पर बल दिया गया है। सरकार ने भी गौशालाओं के विकास, गौवंश संरक्षण और प्राकृतिक कृषि को प्रोत्साहित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
330 गौशालाओं में लगाए गए सौलर प्लांट
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014-15 में हरियाणा गौसेवा आयोग के लिए केवल 2 करोड़ रुपये का बजट था। जबकि. वर्तमान सरकार ने इस साल कुल बजट 595 करोड़ रुपये कर दिया है। वर्ष 2014 तक हरियाणा में 215 रजिस्ट्रर्ड गौशालाओं में केवल 1 लाख 75 हजार गौवंश था, लेकिन वर्तमान में राज्य में 686 पंजीकृत गौशालाएं हैं। इनमें लगभग 4 लाख बेसहारा गौवंश का पालन-पोषण हो रहा है। उन्होंने कहा कि 330 गौशालाओं में सोलर ऊर्जा प्लांट लगाए गए हैं। शेष बची गौशालाओं में भी सोलर पावर प्लांट लगाने का कार्य शीघ्र पूरा किया जाएगा।
800 ई-रिक्शा की खरीद की प्रक्रिया जारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि गौशालाओं को लिए 800 ई-रिक्शा की खरीद प्रक्रिया जारी है। गौशालाओं में 2 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध करवा रहे हैं। गौशाला के लिए कोई जमीन खरीदता है तो उस पर कोई शुल्क नहीं लिया जाता। गौशालाओं में गौवंश के स्वास्थ्य की जांच के लिए पशुचिकित्सों की व्यवस्था की गई है। साथ ही मोबाइल पशु चिकित्सालय की सेवाएं भी गौशालाओं के लिए उपलब्ध करवाई जा रही हैं। सरकार ने फैसला लिया है कि बेसहारा गौवंश के पुनर्वास के लिए 200 गौशालाओं को शेड बनाने के लिए 10 लाख रुपये प्रति गौशाला अनुदान दिया जाएगा।
देशी गायों के लिए लागू किया राष्ट्रीय गोकुल मिशन'
सीएम सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशी नस्ल की गायों के संरक्षण और संवर्धन के लिए 'राष्ट्रीय गोकुल मिशन' लागू किया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किये जा रहे हैं। गौशालाएं गाय के गोबर और गोमूत्र से प्राकृतिक फिनाइल, फॉस्फेट से भरपूर जैविक खाद, गोबर के बर्तन, गोबर से प्राकृतिक पेंट, गमला, दीया, धूप, साबुन और अन्य उत्पाद बना रही हैं। पंचगव्य उत्पादन के लिए गौशालाओं की मांग अनुसार आवश्यक मशीनरी की खरीद के लिए मदद दी जा रही है। उन्होंने कहा कि गौ माता की सुरक्षा के लिए एक सख्त कानून "हरियाणा गौ-वंश संरक्षण व गौसंवर्धन अधिनियम-2015 लागू किया है।
गाय के संरक्षण के लिए चलाई जा रही योजनाएं
कार्यक्रम में कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि प्राचीन समय से ही हमारी संस्कृति में गाय का एक विशेष दर्जा है। गाय से ही प्राचीन समय में देश की अर्थव्यवस्था चलती थी। हमारे देश में भी हरियाणा के गठन से पहले तक हलों से खेती होती थी और बैल ही खेती का मुख्य जरिया होते थे। आज हरियाणा सरकार की ओर से गाय के संरक्षण के लिए अनेकों योजनाएं चलाई हैं।
श्रीकृष्ण ने गाय को माना आराध्य
कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की ओर से गौ संरक्षण की दिशा में किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने गाय को आराध्य माना है। कुरुक्षेत्र की धरती पर ही भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि गीता ज्ञान संस्थानम में कई तरह से गीता को लेकर शोध चल रहे हैं। अब यहां गीता एवं आयुर्वेद पर शोध होगा।