{"vars":{"id": "128336:4984"}}

 Haryana: हरियाणा में वायु प्रदूषण का कहर, लोगों की सेहत पर मंडराने लगा खतरा

 
Haryana News: हरियाणा में वायु प्रदूषण एक बार फिर चिंताजनक स्तर पर पहुंच गया है। दिल्ली से सटे एनसीआर के जिलों में प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर हो चुकी है। सरकारी स्तर पर किए जा रहे प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं, जबकि हवा की गुणवत्ता लगातार गिर रही है।

हरियाणा के तीन शहर ‘रेड जोन’ में

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट के मुताबिक, हरियाणा का बहादुरगढ़ और धारूहेड़ा देशभर में सबसे अधिक प्रदूषित शहर बने हुए हैं। बहादुरगढ़ में AQI 325, धारूहेड़ा में AQI 322 जबकि जींद में AQI 302 दर्ज किया गया है।

तीनों शहरों को रेड जोन की श्रेणी में रखा गया है। इसके अलावा, राजस्थान के धौलपुर में 311 और दिल्ली में AQI 305 दर्ज किया गया है।

हवा में सुधार के बावजूद बढ़ता खतरा

हालांकि उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण प्रदूषण में मामूली कमी देखने को मिली है, लेकिन हवा अब भी बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले पांच दिनों तक बारिश की कोई संभावना नहीं है, जिससे राहत की उम्मीद कम है।

स्वास्थ्य विभाग हुआ अलर्ट

बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने दमा, खांसी और एलर्जी की दवाओं का अतिरिक्त स्टॉक तैयार कर लिया है। प्रदूषण के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा के मरीजों को सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है।

दिल्ली-NCR में GRAP का दूसरा चरण लागू

प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने 19 अक्टूबर से ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का दूसरा चरण लागू किया है।