Haryana : मनीषा हत्याकांड में CBI जांच की मांग, सुसाइड नोट से मामला भटकाने की कोशिश! जानें पूरा सच
दुष्कर्म की कोई पुष्टि नहीं
MS ने कहा कि मनीषा की FSL रिपोर्ट की जांच के लिए PGI में चिकित्सकों का पैनल बनाया गया। आपको बता दें कि भिवानी के बाद PGI में भी शव का पोस्टमार्टम किया गया। इस रिपोर्ट में महिला से दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं थे। गर्दन पर मिले निशान किसी जंगली जानवर के काटने से बने हैं। इसी कारण गर्दन की हड्डियां टूटी हैं। गला रेतकर हत्या नहीं की गई है।
मनीषा ने दुकान से खरीदा था कीटनाशक!
बताया जा रहा है कि मनीषा के शव के कुछ टुकड़े भिवानी व कुछ PGI रोहतक की टीम ने जांच के लिए मधुबन लैब में भेजे हैं। इसकी रिपोर्ट भी जल्द ही आ जाएगी। इससे पहले सोमवार दिन में पुलिस ने मनीषा का शव मिलने के पांच दिन बाद सुसाइड नोट मिलने का दावा किया।पुलिस ने यह भी दावा किया कि मौत से पहले मनीषा ने 11 अगस्त को एक दुकान से कीटनाशक खरीदा था जिसकी पुष्टि हो चुकी है। इधर, धरना कमेटी ने पुलिस की जांच पर असंतोष जताते हुए मामले की CBI से जांच कराने की मांग की।
शव का दो बार हो चुका पोस्टमार्टम
भिवानी पुलिस मनीषा के शव का दो बार पोस्टमार्टम करवा चुकी है। पहला पोस्टमार्टम 13 अगस्त को भिवानी जिला नागरिक अस्पताल में चिकित्सकों के बोर्ड ने किया था। 15 अगस्त को दूसरा पोस्टमार्टम रोहतक पीजीआई में चिकित्सकों के बोर्ड ने किया था। पुलिस ने 10 सैंपल एफएसएल जांच के लिए लैब भेजे थे।
पुलिस अभी भी मामले की जांच में जुटी
भिवानी पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार का कहना है कि मनीषा की मौत मामले में पुलिस विस्तृत जांच कर रही है। अभी इस मामले में पुलिस किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है। पुलिस ने लैब से मिली विसरा जांच रिपोर्ट परिजनों को भी दी है। इस पर परिजनों ने कुछ सवाल उठाए हैं। इस मामले में परिजनों को पूरी तरह संतुष्ट किया जाएगा। पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है।
CBI जांच की मांग
मनीषा की मौत मामले में धरना गठित कमेटी के सदस्य व भाकियू के युवा प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद ने कहा कि परिजन पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। अब 25 सदस्यीय कमेटी की बैठक होगी। प्रशासन या पुलिस से मनीषा की FSL जांच को लेकर कोई बात नहीं हुई है। अभी पुलिस को कई सवालों का जवाब देना है। परिजनों और कमेटी की मांग है कि मामले की जांच CBI से कराई जाए। मनीषा के शव के दाह संस्कार पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है।
आधी रात अंतिम संस्कार करने पर बनी सहमति
ढाणी लक्ष्मण निवासी शिक्षिका मनीषा की मौत प्रकरण में विसरा रिपोर्ट सामने आने के बाद देर रात बैठकों का दौर जारी रहा। ढिगावा मंडी के रेस्ट हाउस में ग्रामीणों की मौजूदगी में धरना कमेटी के सदस्यों और पीड़ित परिवार के बीच रात साढ़े 12 तक बैठक चली। कमेटी की बैठक में निर्णय लिया गया कि शिक्षिका की मौत हुए काफी समय हो गया। शव का सम्मान करते हुए हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया जाएगा। सिंघानी के सरपंच संजीत और किसान नेता रवि आजाद ने मीडिया से कहा कि जांच चलती रहेगी।
अभी जो रिपोर्ट आई है, उसे देखते हुए और शव की स्थिति को देखते हुए अंतिम संस्कार का निर्णय लिया गया है। इधर, बैठक से मनीषा के दादा रोते हुए बाहर निकले। हालांकि बाहर मौजूद भीड़ इसे प्रशासन के दबाव में लिया फैसला बताता रहा।
क्या सुसाइड नोट मिलने का दावा सच?
परिजनों ने कहा कि कोई इंसान खुद अपना गला कैसे काट सकता है और चेहरे पर तेजाब कैसे डाल सकता है। जिस दिन मनीषा का शव खेत से बरामद हुआ था उस दिन पुलिस ने स्पष्ट कहा था कि उसकी हत्या हुई है। अब पुलिस सुसाइड नोट का हवाला देकर पूरे मामले को भटकाने की कोशिश कर रही है। मनीषा को न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ी जाएगी।