चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने बुधवार को सदन में एक दिलचस्प तथ्य साझा किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 1987 में जब चौधरी देवीलाल प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तो उनकी ऊंची कद-काठी के कारण मुख्यमंत्री की सीट उनके लिए असुविधाजनक थी। इस समस्या का समाधान निकालने के लिए लोकसभा से जानकारी ली गई और मुख्यमंत्री की सीट को विशेष रूप से ऊंचा किया गया, ताकि देवीलाल को बैठने में कोई दिक्कत न हो।
स्पीकर ने आगे बताया कि इस सीट का आकार अन्य सीटों से अलग है, और यह आज भी हरियाणा विधानसभा में मौजूद है। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि वर्तमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी संयोग से ऊंची कद-काठी के हैं, जिससे यह सीट उनके लिए भी पूरी तरह उपयुक्त साबित हो रही है।
चौधरी देवीलाल का योगदान और विधानसभा में उनकी छवि
चौधरी देवीलाल हरियाणा की राजनीति के प्रमुख नेताओं में से एक रहे हैं। 1987 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने किसानों और आमजन के हित में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए। उनकी ऊंची कद-काठी और प्रभावशाली व्यक्तित्व के कारण वे हमेशा सुर्खियों में रहे। विधानसभा में उनके लिए विशेष रूप से ऊंची की गई सीट आज भी उनके प्रभाव की एक अनोखी निशानी बनी हुई है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के लिए भी अनुकूल साबित हो रही सीट
स्पीकर हरविन्द्र कल्याण के अनुसार, मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी लंबे कद के हैं, और यह सीट उनके लिए पूरी तरह अनुकूल है। यह एक दिलचस्प संयोग है कि विधानसभा में देवीलाल के समय ऊंची की गई सीट आज एक बार फिर उसी तरह के कद-काठी वाले मुख्यमंत्री के उपयोग में आ रही है।
विधानसभा में इस खुलासे पर सदस्यों के बीच हल्की-फुल्की चर्चा भी हुई, और यह जानकारी सदन के लिए एक दिलचस्प विषय बन गई। इससे न केवल विधानसभा के इतिहास का एक अनोखा पक्ष सामने आया, बल्कि हरियाणा की राजनीति से जुड़ी एक रोचक स्मृति भी ताजा हो गई।