हरियाणा: 2.5 एकड़ जमीन बेचकर बेटे को पढ़ा लिखा कर अमेरिका भेजा, अब वापसी ने तोड़ा पूरे परिवार का सपना
हरियाणा: फतेहाबाद जिले के दिगोह गांव के 24 वर्षीय गगनदीप सिंह के अमेरिका से निर्वासित होने की खबर से उनका परिवार गहरे सदमे में है। उनके माता-पिता और छोटी बहन का रो-रोकर बुरा हाल है।
गगनदीप की मां बार-बार बेहोश हो रही हैं, क्योंकि वह अपने बेटे के भविष्य को लेकर बेहद चिंतित हैं। गांव के सरपंच हरसिमरन सिंह और अन्य ग्रामीण परिवार को सांत्वना देने में लगे हुए हैं। परिवार की बिगड़ती हालत को देखते हुए डॉक्टर को भी बुलाया गया है।
बुधवार शाम तक गगनदीप अपने गांव दिगोह नहीं पहुंचा था, लेकिन ग्रामीण लगातार उससे संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे।
बेटे के सुनहरे भविष्य के लिए बेची थी जमीन
गगनदीप के पिता सुखविंदर सिंह (52) ने अपने बेटे के उज्जवल भविष्य के लिए बड़े सपने देखे थे। सितंबर 2022 में, उन्होंने गगनदीप को उच्च शिक्षा के लिए यूके भेजा था। इसके लिए उन्होंने अपनी 3.5 एकड़ जमीन में से 2.5 एकड़ जमीन बेचकर पढ़ाई का खर्च उठाया।
गगनदीप के एक रिश्तेदार के अनुसार, यूके में पार्ट-टाइम नौकरी के अवसरों की कमी के कारण वह अपनी विश्वविद्यालय की फीस नहीं चुका सका। आर्थिक तंगी के चलते वह एक वीज़ा एजेंट के झांसे में आ गया और जनवरी 2025 में अवैध रूप से काम की तलाश में अमेरिका चला गया।
अमेरिका में अवैध प्रवेश के बाद हुई हिरासत
अमेरिकी अधिकारियों ने गगनदीप को अवैध प्रवेश के लिए हिरासत में ले लिया, जिसके बाद उसके परिवार का करीब 20 दिनों तक उससे कोई संपर्क नहीं हो पाया। अब, अमेरिका की नीति के तहत उसे भारत वापस भेज दिया गया है। इस खबर ने पूरे गांव में चिंता की लहर दौड़ा दी है।
परिवार पर आर्थिक संकट
गांव के सरपंच के अनुसार, गगनदीप अपने पिता सुखविंदर सिंह का इकलौता बेटा है। उसकी 20 वर्षीय बहन अभी पढ़ाई कर रही है। परिवार ने गगनदीप को विदेश भेजने के लिए अपनी जमीन बेची थी, लेकिन अब हालात विपरीत हो गए हैं।
गगनदीप के पिता परिवार का गुजारा भैंसें पालकर और दूध बेचकर कर रहे हैं। अब, इस घटनाक्रम के बाद परिवार पूरी तरह से आर्थिक और मानसिक संकट में घिर गया है।