हरियाणा में 50 करोड़ रुपये के गबन मामले में बड़ी कार्रवाई, आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू
पंचकूला | हरियाणा में 50 करोड़ रुपये से अधिक के गबन के सनसनीखेज मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) फरीदाबाद की टीम ने बी.डी.पी.ओ. कार्यालय, हसनपुर (जिला पलवल) में चार आरोपियों की संपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
गबन की रकम से खरीदी गई करोड़ों की संपत्तियां
पुलिस रिमांड के दौरान मुख्य आरोपी राकेश कुमार (लिपिक, डी.डी.पी.ओ. कार्यालय, पलवल) ने खुलासा किया कि उसने अपने हिस्से में आए पैसों से अपने पिता, माता और भाभी के नाम पर 19 एकड़ 28 मरला कृषि भूमि खरीदी, जिसकी कुल कीमत 21.73 करोड़ रुपये है। इसमें से 12 करोड़ रुपये नकद भुगतान किए गए थे।
आरोपी शमशेर सिंह (सेवानिवृत्त एस.ओ.) की संपत्ति का खुलासा
अन्य आरोपी शमशेर सिंह (सेवानिवृत्त एस.ओ.) ने भी अपने हिस्से की रकम से कलायत, जिला कैथल में 3 एकड़ 15 मरला कृषि भूमि खरीदी, जिसमें से 52 लाख रुपये नकद भुगतान किए गए। इसके अलावा, उसने पंचकूला में दो महंगे प्लॉट खरीदे:
🔹 प्लॉट नंबर 63, सेक्टर 26 - कीमत 5.20 करोड़ रुपये
🔹 प्लॉट नंबर 106, सेक्टर 28 - कीमत 1.48 करोड़ रुपये, जिसमें 65 लाख रुपये नकद भुगतान किया गया।
तीसरे आरोपी सतपाल (खजाना अधिकारी, पलवल) की संपत्ति
आरोपी सतपाल (कर्मचारी, खजाना अधिकारी, पलवल) ने स्वीकार किया कि उसने बरसाना, जिला मथुरा (उत्तर प्रदेश) में 167.28 वर्ग गज का प्लॉट 70.03 लाख रुपये में खरीदा, जिसमें से 62 लाख रुपये नकद दिए गए।
अन्य आरोपी अब भी फरार
इस घोटाले में शामिल तेजेन्द्र (लेखाकार, डी.डी.पी.ओ. कार्यालय, पलवल) और दीपक (प्राइवेट व्यक्ति, निवासी लिखी हसनपुर, जिला पलवल)अब भी फरार हैं। ए.सी.बी. की टीम उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है।
बड़ी कार्रवाई की तैयारी
सरकारी धन की बड़ी हेराफेरी से जुड़े इस मामले में अधिकारियों की संपत्तियों को कुर्क करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। ACB की जांच में कई और नाम उजागर होने की संभावना है। जल्द ही फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।