हरियाणा सरकार का बड़ा एक्शन: 50 करोड़ के गबन मामले में सरकारी कर्मचारियों की संपत्ति होगी कुर्क
Haryana News: हरियाणा में नायब सिंह सैनी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए फरीदाबाद जिले में 50 करोड़ रुपये के गबन के मामले में चार सरकारी कर्मचारियों की संपत्ति कुर्क करने के आदेश जारी किए हैं।
गिरफ्तार सरकारी कर्मचारियों की संपत्ति होगी जब्त
प्रदेश सरकार द्वारा बी.डी.पी.ओ. कार्यालय, हसनपुर (जिला पलवल) में करोड़ों रुपये के गबन में संलिप्त चार सरकारी कर्मचारियों की गिरफ्तारी के बाद अब उनकी अवैध रूप से अर्जित संपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। एनसीबी की टीम इस दिशा में तेजी से कदम उठा रही है।
इन सरकारी कर्मचारियों की संपत्तियां होंगी जब्त
सरकारी आदेशों के तहत जिन चार कर्मचारियों की संपत्ति कुर्क की जाएगी, वे हैं:
1️⃣ राकेश कुमार (लिपिक, डी.डी.पी.ओ. कार्यालय, पलवल)
2️⃣ शमशेर सिंह (सेवानिवृत्त एस.ओ.)
3️⃣ सतपाल (खजाना अधिकारी, पलवल)
4️⃣ तेजेन्द्र (लेखाकार, डी.डी.पी.ओ. कार्यालय, पलवल)
कैसे हुआ गबन, कहां निवेश की गई अवैध संपत्ति?
✅ राकेश कुमार:
- गबन की 22 करोड़ रुपये की राशि से अपने पिता, माता और भाभी के नाम पर 20 एकड़ कृषि भूमि खरीदी।
✅ शमशेर सिंह:
- अपनी पत्नी के नाम पर कैथल जिले के कलायत में 3 एकड़ से अधिक कृषि भूमि खरीदी।
- इसमें 52 लाख रुपये नकद भुगतान किया।
- पंचकूला में 7 करोड़ रुपये की राशि से दो प्लॉट खरीदे।
✅ सतपाल:
- मथुरा जिले के बरसाना में 70 लाख रुपये में प्लॉट खरीदा।
- इसमें 62 लाख रुपये नकद दिए गए।
एक आरोपी अब भी फरार
इस घोटाले में दीपक नाम का एक अन्य आरोपी, जो पलवल जिले का निवासी है, अभी तक गिरफ्तारी से बचा हुआ है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
भ्रष्टाचार पर सरकार की सख्ती जारी
हरियाणा सरकार का यह फैसला राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्ट अधिकारियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और अवैध रूप से अर्जित संपत्तियों को जब्त कर सरकारी खजाने में वापस लाया जाएगा।