हरियाणा की सैनी सरकार पर फिर हमलावर हुए विज, कहा – कोई पद छीनना चाहता है तो छीन ले, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता
Anil Vij: हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज एक बार फिर अपने बेबाक अंदाज में नजर आए। मंत्री पद छोड़ने के सवाल पर उन्होंने साफ शब्दों में कहा, "अगर किसी को मेरा पद छीनना है तो छीन ले, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।" उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी सीनियरिटी कोई नहीं छीन सकता और उनका मकसद सिर्फ जनता की आवाज मुख्यमंत्री तक पहुंचाना है।
अनिल विज ने कहा, "मैं सात बार विधायक रह चुका हूं। न मैंने कभी मुख्यमंत्री बनने की मांग की, न कोठी ली और न ही किसी चीज की लालसा रखी। अगर कोई मेरी सरकारी गाड़ी छीनना चाहता है, तो मेरे कार्यकर्ता खुद नई गाड़ी दे देंगे!"
अरविंद केजरीवाल पर हमला
अनिल विज ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, "केजरीवाल झूठों के सरदार हैं, जो लोगों में डर फैलाकर गैरकानूनी काम कर रहे हैं।" उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में अगली सरकार भाजपा की होगी क्योंकि जनता भ्रष्टाचारियों को दोबारा सत्ता नहीं सौंपेगी।
केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया, हुड्डा को घेरा
अनिल विज ने हाल ही में पेश हुए केंद्रीय बजट पर भी प्रतिक्रिया दी और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर तंज कसते हुए कहा, "हुड्डा को बजट पढ़ना ही नहीं आता। केंद्र सरकार ने किसानों के लिए बड़े कदम उठाए हैं, लेकिन कांग्रेस हमेशा सिर्फ विरोध के लिए विरोध करती है।"
हरियाणा रोडवेज में सुधार की योजना
हरियाणा रोडवेज को लेकर अनिल विज ने कहा कि अब रोडवेज ड्राइवरों को पांच बड़े बस स्टैंडों पर पर्यटन विभाग का खाना मिलेगा। इसके अलावा, रोडवेज की सेवाओं को ट्रैक करने के लिए एक नया मोबाइल एप्लिकेशन भी विकसित किया जा रहा है, जिससे यात्रियों को अधिक सुविधा मिलेगी।
सरकार पर सवाल लेकिन मंशा साफ
अनिल विज ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाने के मुद्दे पर सफाई देते हुए कहा, "मैं सरकार की आलोचना इसलिए करता हूं ताकि काम सही तरीके से हो। मुख्यमंत्री को विधायक, मंत्री और जनता की बात सुननी चाहिए।" इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा, "आजकल कांग्रेस में गद्दारों का बोलबाला है।"
रोहतक बिजली सेवा केंद्र पर छापा
हरियाणा के बिजली मंत्री अनिल विज ने आज रोहतक के बिजली सेवा केंद्र पर अचानक छापा मारा, जिससे विभाग में हड़कंप मच गया। विज ने शिकायतकर्ताओं से स्वयं फोन पर बात कर उनकी समस्याओं का फीडबैक लिया।
उन्होंने सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर (SE) को निर्देश दिए कि चार घंटे से ज्यादा लंबित शिकायतों की जांच की जाए और लापरवाह कर्मचारियों पर कार्रवाई हो। छापे के दौरान एक शिकायतकर्ता की 24 घंटे पुरानी शिकायत का समाधान नहीं होने पर विज ने तुरंत जांच कर दोषी कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
अनिल विज का यह दौरा सरकारी तंत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने की दिशा में एक और मजबूत कदम माना जा रहा है।