हरियाणा में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना के 10 साल पूरे: लिंग अनुपात में 39 अंकों का सुधार, 2019 के बाद गिरावट
Haryana News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 10 साल पहले पानीपत से शुरू की गई ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ (BBBP) योजना ने हरियाणा में लिंग अनुपात में सुधार लाने में अहम भूमिका निभाई है। इस दौरान हरियाणा ने 2015 के मुकाबले लिंग अनुपात में 39 अंकों की बढ़ोतरी दर्ज की है।
लिंग अनुपात में सुधार, लेकिन हाल के वर्षों में गिरावट
2015 में राज्य का जन्म के समय लिंग अनुपात (SRB) 871 था, जो 2024 तक बढ़कर 910 प्रति 1000 पर पहुंच गया। हालांकि, पिछले तीन वर्षों में इसमें हल्की गिरावट देखने को मिली है।
- 2015-2019: लिंग अनुपात 52 अंकों की बढ़त के साथ 923 तक पहुंचा।
- 2024: 910 प्रति 1000, जो पिछले आठ वर्षों का सबसे कम आंकड़ा है।
लक्ष्य से आगे है हरियाणा
महिला एवं बाल विकास विभाग (WCD) ने बताया कि लिंग अनुपात में मामूली उतार-चढ़ाव चिंता का विषय नहीं है। हरियाणा ने केंद्र द्वारा दिए गए वार्षिक 2 अंकों की वृद्धि के लक्ष्य को लगभग दोगुना हासिल किया है।
- केंद्र का लक्ष्य: 10 वर्षों में 20 अंकों का सुधार।
- हरियाणा का प्रदर्शन: 39 अंकों का सुधार।
शिक्षा और स्वास्थ्य में भी सुधार
- संस्थागत प्रसव का लक्ष्य 95% तक हासिल।
- माध्यमिक शिक्षा में नामांकन बढ़ा और ड्रॉपआउट दर में कमी आई।
- मासिक धर्म स्वच्छता और जागरूकता में प्रगति।
दिल्ली में कार्यक्रम में होगी उपलब्धियों की प्रस्तुति
BBBP योजना की 10वीं वर्षगांठ के अवसर पर दिल्ली में एक कार्यक्रम आयोजित होगा, जिसमें हरियाणा के ‘महरी लाडो’ जैसे बेहतरीन प्रयासों को प्रदर्शित किया जाएगा। यह सामुदायिक रेडियो कार्यक्रम महिलाओं और लड़कियों की आवाज को बढ़ावा देने का एक अनूठा प्रयास है।
कुछ जिलों में लिंग अनुपात 900 से कम
फरीदाबाद, गुरुग्राम, रोहतक, रेवाड़ी और चरखी दादरी जैसे जिलों में लिंग अनुपात अभी भी 900 प्रति 1000 से कम है।
- 2023: 916 प्रति 1000।
- 2024: 910 प्रति 1000 (6 अंकों की गिरावट)।
महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्धता
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा, “हमने बेटियों को शिक्षा, सुरक्षा और अवसर देने के लिए कई नवाचार किए हैं। पिछले एक दशक की प्रगति सिर्फ शुरुआत है। हम मिलकर एक उज्जवल और समानता से भरे भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं।”