प्रयागराज महाकुंभ भगदड़: हरियाणा की दो महिलाओं की मौत, कुल 30 श्रद्धालुओं की गई जान



चंडीगढ़। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या स्नान के समय मची भगदड़ में हरियाणा की दो महिलाओं की मौत हो गई। मृतकों की पहचान रोहतक के सांपला निवासी 75 वर्षीय कृष्णा और जींद के राजपुरा गांव की 60 वर्षीय रामपति के रूप में हुई है।

कैसे हुई हादसे में महिलाओं की मौत?

जानकारी के अनुसार, रोहतक के सांपला वार्ड-13 की कृष्णा अपने परिवार के साथ महाकुंभ में स्नान के लिए गई थीं। मंगलवार रात संगम तट पर अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें कृष्णा की मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि, उनके परिवार के अन्य सदस्य सुरक्षित हैं।

वहीं, जींद की रामपति अपने परिवार के साथ 26 जनवरी को महाकुंभ पहुंची थीं। उनके साथ गए परिवार के अन्य सदस्यों में नरेंद्र कुमार, उनकी पत्नी उर्मिला, बहन पिंकी और बेटी शामिल हैं, जिन्हें हल्की चोटें आई हैं। रामपति का पार्थिव शरीर गुरुवार को उनके गांव लाया जाएगा और अंतिम संस्कार किया जाएगा।

भगदड़ की वजह वीवीआईपी ट्रीटमेंट?

हादसे में शामिल लोगों ने बताया कि वीवीआईपी मूवमेंट के चलते आम श्रद्धालुओं के लिए कुछ रास्ते बंद कर दिए गए थे, जिससे भगदड़ मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अचानक हुई अफरातफरी के चलते कई लोग कुचले गए।

महाकुंभ भगदड़ में कुल 30 की मौत, 19 घायल

प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के दौरान हुई भगदड़ में अब तक 30 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है और 19 लोग घायल हैं। प्रशासन ने 25 मृतकों की पहचान कर ली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और प्रशासन को घायलों के उचित इलाज के निर्देश दिए हैं।

हरियाणा के अन्य श्रद्धालु सुरक्षित

प्रशासन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, हरियाणा के अन्य जिलों से गए श्रद्धालु फिलहाल सुरक्षित हैं। हादसे के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है ताकि आगे कोई अप्रिय घटना न हो।

प्रशासन ने जारी की हेल्पलाइन

महाकुंभ में मौजूद लोगों की सुरक्षा और घायलों की मदद के लिए प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे धैर्य बनाए रखें और अफवाहों पर ध्यान न दें।

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