डबवाली के पास NH-9 पर बरसाती पानी बना हादसों का कारण, ग्रामीणों में आक्रोश
डबवाली: सिरसा जिले के मित्री गांव के पास नेशनल हाईवे (NH-9) पर जमा बरसाती पानी दुर्घटनाओं का लगातार कारण बन रहा है। सोमवार रात को इसी पानी के कारण छह वाहनों की भिड़ंत हो गई, जिसमें दो बच्चों समेत छह लोग घायल हो गए।
ग्रामीणों ने दिखाई तत्परता, लेकिन टोल प्लाजा की लापरवाही उजागर
दुर्घटना के बाद, स्थानीय ग्रामीणों ने अपनी ट्रैक्टरों की मदद से क्षतिग्रस्त वाहनों को हटाकर हाईवे को साफ किया। हालांकि, उन्होंने खुयान मलकाना टोल प्लाजा के अधिकारियों के प्रति अपनी नाराज़गी जाहिर की। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार कॉल करने के बावजूद पानी निकालने के लिए जरूरी हाइड्रोलिक मशीन नहीं भेजी गई। अधिकारियों ने कभी मशीन ऑपरेटर के उपलब्ध न होने का बहाना बनाया तो कभी कहा कि मशीन में ईंधन नहीं है।
कैसे हुआ हादसा?
दुर्घटना तब हुई जब डबवाली से आ रही एक स्कॉर्पियो एसयूवी मलिकपुरा की ओर मुड़ रही थी। हाईवे पर स्थिर पानी के कारण पीछे से आ रही एक कार समय पर नहीं रुक पाई और स्कॉर्पियो से टकरा गई। टक्कर के बाद स्कॉर्पियो पलट गई, और उसमें फंसे चार लोगों को ग्रामीणों ने बाहर निकाला। इसके बाद, डबवाली से आ रहे दो पिकअप ट्रक, जो किन्नू से लदे हुए थे, पानी के कारण आपस में टकरा गए।
स्थानीय ग्रामीणों ने दुर्घटना की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचकर घायलों को क्षतिग्रस्त वाहनों से बाहर निकाला। ओढ़ां थाने की पुलिस भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंची।
NHAI ने सुबह भेजी मदद, लेकिन स्थायी समाधान की मांग
दुर्घटना के घंटों बाद, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने अगले दिन सुबह एक अधिकारी और जेसीबी मशीन भेजी। पानी को साफ कर नजदीकी तालाब की ओर मोड़ दिया गया।
ग्रामीणों की शिकायतें और मांग
स्थानीय निवासी हरदीप सिंह, राजेंद्र सिंह और अन्य ने बताया कि हाईवे पर यह समस्या नई नहीं है। बरसात के दौरान यहां पानी जमा हो जाता है, जिससे नियमित रूप से दुर्घटनाएं होती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि नवंबर में संबंधित अधिकारियों को शिकायतें दी गई थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। साथ ही, हाईवे पर स्ट्रीट लाइटें भी काम नहीं कर रहीं, जिससे स्थिति और खतरनाक हो गई है।
ग्रामीणों की अपील
ग्रामीणों ने अधिकारियों से इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की मांग की है। उनका कहना है कि बारिश के मौसम में इस तरह की घटनाएं और बढ़ सकती हैं, जिससे लोगों की जान खतरे में पड़ सकती है।