कांग्रेस उम्मीदवार सर्व मित्र ने चुनाव आयोग पर लगाए गंभीर आरोप, तो अर्जुन चौटाला ने खोल दी कांग्रेस की पोल!

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Rania Assembly Recounting: रानिया विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार सर्व मित्र ने चुनाव आयोग पर ईवीएम जांच और सत्यापन के नाम पर गुमराह करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि आयोग ने उनकी मांग के बावजूद केवल मॉक पोल प्रक्रिया ही दिखाई। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि मॉक पोल ही दिखाना था, तो उन्हें पहले से सूचित किया जाना चाहिए था, ताकि उनका समय और पैसा बर्बाद न हो।

9 बूथों पर री-काउंटिंग की मांग

सर्व मित्र ने रानिया विधानसभा चुनाव के दौरान 9 बूथों पर वोटों की पुनर्गणना (री-काउंटिंग) की मांग की थी, लेकिन उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने अब इस मामले को लेकर पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट तथा सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की बात कही है। उनका आरोप है कि चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं किया।

चुनाव परिणाम और EVM विवाद

रानिया विधानसभा चुनाव में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के उम्मीदवार अर्जुन चौटाला ने 43,914 वोट हासिल किए, जबकि कांग्रेस के सर्व मित्र को 39,723 वोट मिले। सर्व मित्र 4,191 वोटों के अंतर से चुनाव हार गए। ईवीएम की जांच के लिए रानियां में एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें सर्व मित्र, विधायक अर्जुन चौटाला, और जिला निर्वाचन अधिकारी शांतनु शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। हालांकि, यह प्रक्रिया लगभग 4 घंटे तक विवादों और हंगामे का केंद्र बनी रही।

अर्जुन चौटाला का कांग्रेस पर पलटवार

विधायक अर्जुन चौटाला ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता हार को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं और अब ईवीएम पर आरोप लगाकर ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।

चुनाव विभाग की सफाई

जिला चुनाव विभाग के कानूनगो देवेंद्र कुमार ने बताया कि सर्व मित्र की शिकायत पर ईवीएम की जांच की गई थी। हालांकि, उन्होंने आरोप लगाया कि सर्व मित्र ने खुद ही इस प्रक्रिया को बीच में बंद करवा दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार, ईवीएम का पुराना डेटा डिलीट कर दिया जाता है और उसी आधार पर मॉक पोल किया जाता है। इस प्रक्रिया को अब दोबारा शुरू नहीं किया जाएगा।

कानूनी लड़ाई की तैयारी

सर्व मित्र ने इस मामले को लेकर उच्च न्यायालय और सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है। उनका कहना है कि चुनाव आयोग ने उनकी शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया और निष्पक्षता का पालन नहीं किया। वहीं, इस विवाद के बाद रानियां क्षेत्र में राजनीतिक माहौल और गर्म हो गया है।

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