हरियाणवी सिंगर्स कृपया ध्यान दें! अब बदमाशी वाले गाने गाए तो होगा एक्शन, सोशल मीडिया की इन चीजों पर भी लगेगी रोक
Haryana News: देश में तेजी से बढ़ते साइबर अपराधों पर लगाम लगाने में हरियाणा पुलिस ने अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। वर्ष 2024 में साइबर ठगी के मामलों में कार्रवाई और ठगी गई राशि की सुरक्षा के मामले में हरियाणा पुलिस ने पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त किया। पुलिस ने 2024 में साइबर अपराधियों द्वारा ठगी गई 268.40 करोड़ रुपए की राशि बचाई, जो 2023 में बचाई गई 76.85 करोड़ रुपए की राशि से तीन गुना और 2022 की तुलना में पांच गुना अधिक है।
साइबर अपराधियों पर बढ़ी सख्ती
हरियाणा पुलिस की साइबर टीम ने न केवल ठगी के मामलों में तत्परता दिखाई, बल्कि सोशल मीडिया पर फैल रही फूहड़ता और भड़काऊ सामग्री के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू की है।
पहले अनुरोध, फिर एक्शन
एसपी अमित दहिया ने बताया कि सोशल मीडिया पर हरियाणवीं सभ्यता के नाम पर भड़काऊ और असंवेदनशील गाने अपलोड करने वाले गायकों और म्यूजिक निर्देशकों को नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पहले इन्हें ऐसे गाने न बनाने का अनुरोध किया जाएगा, लेकिन इसके बाद भी यदि कोई नियमों का उल्लंघन करता है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
साइबर ठगी रोकने के लिए मजबूत तंत्र
11 बैंकों पर 15 नोडल अधिकारी
हरियाणा पुलिस ने डीजीपी शत्रुजीत कपूर और एडीजीपी ममता सिंह के निर्देशन में 11 बैंकों पर 15 नोडल अधिकारियों को तैनात किया है। शिकायत मिलते ही पुलिस ठगी गई राशि को तुरंत ब्लॉक करवा देती है, जिससे पैसा साइबर अपराधियों तक नहीं पहुंच पाता। इसके बाद यह राशि पीड़ित के खाते में वापस कर दी जाती है।
रोजाना 14 अपराधियों की गिरफ्तारी
2024 में हरियाणा पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ 5511 मुकदमे दर्ज किए और 5156 अपराधियों को गिरफ्तार किया। इनमें से 70% अपराधी अन्य राज्यों के हैं। पुलिस ने औसतन रोजाना 14 अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया।
लोक अदालत के जरिए राशि की वापसी
साइबर ठगी के शिकार पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए हरियाणा पुलिस ने प्रभावी कदम उठाए हैं।
- 2023 में पीड़ितों को ₹33 करोड़ की राशि वापस की गई।
- 2024 में यह राशि बढ़कर ₹95.45 करोड़ हो गई।
राज्य के 29 साइबर थानों को लोक अदालत के माध्यम से पीड़ितों को पैसे वापस दिलाने के निर्देश दिए गए हैं। इस प्रक्रिया में एफआईआर दर्ज करने की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है, जिससे पीड़ितों को जल्दी न्याय मिल सके।
जागरूकता के लिए कॉलर ट्यून और अभियान
हरियाणा पुलिस ने साइबर अपराधों के प्रति जनता को जागरूक करने के लिए टेलीकॉम कंपनियों और भारत सरकार से कॉलर ट्यून शुरू करवाई।
- हेल्पलाइन नंबर 1930 पर रोजाना करीब 4500 शिकायतें आ रही हैं, जिनमें 350 साइबर अपराध की होती हैं।
- सितंबर 2023 में हेल्पलाइन पर काम करने वाले तकनीकी कर्मियों की संख्या 12 से बढ़ाकर 70 कर दी गई।
साइबर पेट्रोलिंग और विशेषज्ञों की टीम
हरियाणा पुलिस ने एक विशेष साइबर पेट्रोलिंग टीम बनाई है, जिसमें सोशल मीडिया और तकनीक के विशेषज्ञ शामिल हैं। साइबर अपराधियों के नए तरीकों का अध्ययन करके उनके खिलाफ रणनीति तैयार की जा रही है।
राष्ट्रीय स्तर पर सराहना
सितंबर 2023 तक, हरियाणा पुलिस साइबर फ्रॉड की रोकी गई राशि के मामले में 23वें स्थान पर थी। अब यह देशभर में पहले स्थान पर है। इस उपलब्धि के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 10 सितंबर 2024 को हरियाणा पुलिस को सम्मानित किया।
साइबर सुरक्षा पर अपील
एसपी अमित दहिया ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है।
- फोन पर यदि कोई व्यक्ति खुद को सीबीआई, ईडी या पुलिस अधिकारी बताकर डिजिटल अरेस्ट की बात करे, तो सतर्क हो जाएं।
- सोशल मीडिया पर प्रसारित फर्जी शेयर ट्रेडिंग और नकली विज्ञापनों से सावधान रहें।
- व्हाट्सएप पर विदेशी नंबरों से आने वाली संदिग्ध कॉल्स को न उठाएं।
हरियाणा पुलिस प्रिंट और सोशल मीडिया पर लगातार जागरूकता अभियान चला रही है। साइबर अपराध से बचने का एकमात्र उपाय सतर्कता है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दें।
हरियाणा पुलिस की यह पहल अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा का स्रोत है और साइबर अपराधों से लड़ने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रही है।