Kal Ka Mausam: उत्तर भारत के पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत अधिकांश हिस्से मंगलवार को भी भीषण ठंड की चपेट में रहे। पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों के ऊंचाई वाले इलाकों में तापमान शून्य या उससे नीचे पहुंच गया, जबकि मैदानी इलाकों में भी पारा काफी गिरावट के साथ दर्ज किया गया।
दिल्ली में ठंड और कोहरा
साल के अंतिम दिनों में दिल्ली में बादलों और सूरज की आंखमिचौली जारी रही। इससे ठंड में और इजाफा हुआ। मंगलवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से 2.7 डिग्री कम 17.7 डिग्री सेल्सियस रहा। हल्की धूप के बावजूद कंपकंपी भरी ठंड ने राजधानीवासियों को बेहाल रखा।
उत्तर प्रदेश में तापमान में भारी गिरावट
उत्तर प्रदेश के 50 जिलों में अधिकतम तापमान में 5 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। न्यूनतम और अधिकतम तापमान के बीच का अंतर सामान्य से कम होकर औसतन 2-3 डिग्री तक सिमट गया। यहां औसत न्यूनतम तापमान 13 डिग्री और अधिकतम 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा।
पंजाब और हरियाणा के हालात
पंजाब और हरियाणा में भीषण ठंड ने दस्तक दे दी है। पंजाब के बठिंडा में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा। वहीं, हरियाणा के हिसार में पारा 4.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जिससे शीतलहर का प्रकोप महसूस किया गया।
घना कोहरा और दृश्यता में कमी
चंडीगढ़, राजस्थान, और छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता 50 मीटर से भी कम रही। वहीं, पंजाब, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम और त्रिपुरा में भी कोहरा छाया रहा, जहां दृश्यता 50-200 मीटर के बीच दर्ज की गई।
कश्मीर में जमीं डल झील, गुलमर्ग सबसे ठंडा
जम्मू-कश्मीर में भीषण सर्दी का दौर जारी है। डल झील सहित कई जलाशय जम चुके हैं। सोमवार की रात गुलमर्ग में तापमान माइनस 11.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जबकि लेह में यह माइनस 11.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हिमस्खलन और भूस्खलन की चेतावनी
मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर में 5 और 6 जनवरी को भारी बारिश और बर्फबारी का अनुमान जताया है। इसके चलते पहाड़ी क्षेत्रों में हिमस्खलन और भूस्खलन की चेतावनी भी जारी की गई है। कश्मीर घाटी में दिन का पारा सामान्य से 2 से 5 डिग्री कम चल रहा है।
प्रदूषण बढ़ा, दिल्ली का एक्यूआई 283 पर
ठंड के बीच दिल्ली में प्रदूषण भी बढ़ा है। मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 283 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में आता है। पहाड़ों से आने वाली बर्फीली हवाओं और स्थिर मौसम के चलते प्रदूषण के स्तर में वृद्धि हुई।
आने वाले दिनों का मौसम
मौसम विभाग ने 4 जनवरी से पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत को प्रभावित करने की संभावना जताई है। इसके प्रभाव से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बर्फबारी हो सकती है। वहीं, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत के अन्य मैदानी क्षेत्रों में 4 से 6 जनवरी के बीच बारिश होने की संभावना है।
न्यूनतम और अधिकतम तापमान में अंतर घटा
विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तर भारत में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में सामान्य अंतर 5 से 7 डिग्री रहता है, लेकिन इस समय यह अंतर घटकर 2 से 3 डिग्री रह गया है। इससे ठंड का एहसास और बढ़ गया है।
यात्रियों के लिए सलाह
कोहरे और ठंड को देखते हुए मौसम विभाग ने यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी है। खासकर सुबह और रात के समय दृश्यता कम रहने के कारण सड़क और रेल यात्रा में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
उत्तर भारत के लोग आने वाले दिनों में और अधिक सर्दी और बारिश के लिए तैयार रहें। ठंड के इस प्रकोप में खुद को सुरक्षित रखने के लिए गर्म कपड़े पहनें और जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकलें।
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