हरियाणा: पटवारियों की ट्रेनिंग अवधि में 6 महीने की कटौती, अब एक साल में पूरी होगी ट्रेनिंग, साथ में मिलेगा पूरा वेतन
पंचकूला: हरियाणा में अब पटवारियों की ट्रेनिंग की अवधि डेढ़ साल से घटाकर सिर्फ एक साल कर दी गई है। राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि पटवारियों की ट्रेनिंग को 6 महीने कम किया जाएगा। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मंगलवार को पंचकूला में आयोजित नव नियुक्त पटवारियों के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में यह घोषणा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 2605 नव चयनित पटवारियों को बधाई दी और उनके भविष्य के कार्यों के लिए शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहला अवसर है जब प्रदेश में एक साथ 2605 नए पटवारियों की भर्ती की गई है। उन्होंने नव चयनित पटवारियों से आह्वान करते हुए कहा कि वे ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ जनता से संवाद स्थापित करें और आम लोगों की समस्याओं का समाधान तत्परता से करें। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पटवारियों को विभाग की प्रक्रियाओं को सरल और प्रभावी बनाने के साथ-साथ तकनीकी और प्रशासनिक नवाचारों को अपनाना चाहिए।
प्राकृतिक आपदाओं में पटवारियों की अहम भूमिका
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि प्राकृतिक आपदाओं जैसे अत्यधिक बारिश, ओलावृष्टि और सूखा जैसी स्थितियों में पटवारियों की बड़ी भूमिका होती है, विशेषकर किसानों को राहत प्रदान करने में। उन्होंने बताया कि पहले ऐसा होता था जब पात्र किसान को फसल नुकसान का मुआवजा नहीं मिलता था, जबकि कुछ अपात्र लोग मुआवजा ले जाते थे। अब डिजिटलीकरण के दौर में ड्रोन और सैटेलाइट जैसी सुविधाओं का उपयोग किया जा रहा है, जो कि मुआवजे के वितरण में मदद करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी फसल नुकसान की स्थिति सामने आए, पटवारी का यह दायित्व है कि वह सही आंकड़े सरकार तक पहुंचाए, ताकि प्रभावित किसानों को समय पर उचित मुआवजा मिल सके।
कार्यक्रम में अन्य गणमान्य लोग भी शामिल हुए
इस कार्यक्रम में राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा, विधायक शक्ति रानी शर्मा, पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री की इस घोषणा से नव चयनित पटवारियों को आगामी कार्यों में मार्गदर्शन मिलेगा और राज्य में पटवारियों की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने के लिए यह कदम एक अहम भूमिका निभाएगा।