Haryana Weather Alert: 14 जनवरी की रात से फिर एक्टिव होगा एक और पश्चिमी विक्षोभ, हरियाणा में फिर होगी बारिश



Western Disturbance : उत्तर भारत में सर्दियों का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की जानकारी दी है। 14 जनवरी की रात से यह विक्षोभ उत्तर भारत के मौसम पर व्यापक प्रभाव डालेगा। इसके चलते 15 से 17 जनवरी तक मैदानी इलाकों में बारिश और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की संभावना है।


क्या है पश्चिमी विक्षोभ?

पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) एक प्रकार की मौसमी प्रणाली है, जो भूमध्य सागर और उसके आसपास के क्षेत्रों से उठकर भारत के उत्तरी हिस्सों में पहुंचती है। यह प्रणाली बारिश और बर्फबारी का कारण बनती है।


किन क्षेत्रों पर पड़ेगा प्रभाव?

  1. राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश:

    • 15 जनवरी से हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
    • कहीं-कहीं पर गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं।
    • ठंड में इजाफा होगा, जिससे कोहरे की स्थिति और खराब हो सकती है।
  2. दिल्ली-एनसीआर:

    • 15 और 16 जनवरी को हल्की बारिश हो सकती है।
    • तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
    • हवा की गुणवत्ता में हल्का सुधार संभव है।
  3. हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड:

    • 15 से 17 जनवरी के बीच भारी बर्फबारी होने की संभावना है।
    • शिमला, मनाली, मसूरी, औली जैसे पर्यटन स्थलों पर बर्फ की मोटी चादर बिछ सकती है।
    • ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सड़कें अवरुद्ध हो सकती हैं।

मौसम विभाग की चेतावनी

मौसम विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों के लिए एडवाइजरी जारी की है:

  • यात्रा अलर्ट: पहाड़ी इलाकों में यात्रा करने से बचें, क्योंकि बर्फबारी और बारिश के कारण सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं।
  • कृषि पर असर: बारिश और ओलावृष्टि से फसल को नुकसान पहुंच सकता है। किसानों को अपनी फसलें ढकने और अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
  • बिजली आपूर्ति: बारिश और बर्फबारी के कारण बिजली कटौती की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

तापमान में गिरावट

पश्चिमी विक्षोभ के कारण न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट की संभावना है:

  • मैदानी इलाकों में: न्यूनतम तापमान 2-3 डिग्री तक गिर सकता है।
  • पर्वतीय क्षेत्रों में: तापमान शून्य से नीचे जा सकता है, जिससे अत्यधिक ठंड का अनुभव होगा।

यात्रा करने से पहले रखें इन बातों का ध्यान

  1. सुरक्षा उपकरण: बर्फबारी वाले इलाकों में जाने से पहले गाड़ियों में एंटी-स्किड चेन और प्राथमिक चिकित्सा किट रखें।
  2. स्थानीय अपडेट: यात्रा से पहले स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें और सड़कों की स्थिति की जानकारी लें।
  3. गरम कपड़े: विशेषकर ऊंचाई वाले इलाकों में मोटे गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें।

आगामी दिनों का अनुमान

पश्चिमी विक्षोभ के बाद भी ठंड से राहत मिलने की उम्मीद कम है। 17 जनवरी के बाद आसमान साफ हो सकता है, लेकिन ठंडी हवाओं के कारण गलन बनी रहेगी।

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