Naya Haryana News: हरियाणा के नूंह जिले के घाटा शम्शाबाद गांव में अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करने गए हरियाणा स्टेट एन्फॉर्समेंट ब्यूरो (HSEB) के दो अधिकारियों पर संदिग्ध खनन माफिया ने हमला कर दिया। इस हमले में दोनों अधिकारी घायल हो गए। आरोपियों ने अवैध खनन में इस्तेमाल हो रहे एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को भी जबरदस्ती छुड़ा लिया। घटना के संबंध में फिरोजपुर झिरका पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
एफआईआर दर्ज, 22 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस
एफआईआर में तीन नामजद आरोपियों- मूली, अरशद और ढोला के अलावा 22 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) और अन्य कानूनों के तहत मामला दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता इंस्पेक्टर सूरजमल ने बताया कि वह नूंह स्टेट एन्फॉर्समेंट ब्यूरो के एसएचओ हैं।
घटना का विवरण
इंस्पेक्टर सूरजमल ने बताया कि वह एएसआई राकेश और ड्राइवर रीफिक के साथ फिरोजपुर झिरका-बीवान रोड पर अवैध खनन की जांच के लिए जा रहे थे। जब वे घाटा शम्शाबाद के पुलिस नाका पहुंचे, तो उन्होंने पत्थरों से लदे तीन ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोकने की कोशिश की। लेकिन वाहन नहीं रुके और माफिया जंगल की ओर भाग गए।
पथराव और हमले की घटना
सूरजमल ने बताया कि इनमें से एक ट्रैक्टर-ट्रॉली गांव की ओर जाने लगी, जबकि दो अन्य ट्रैक्टर-ट्रॉली उनके सामने से गुजरीं। एक ड्राइवर ने इनमें से एक ट्रॉली को खाली करके भागने की कोशिश की। जब इंस्पेक्टर ने मदद के लिए फिरोजपुर झिरका के एसएचओ अमन सिंह को फोन किया, तो थोड़ी देर बाद लगभग 20-25 लोग वहां आ गए और पथराव शुरू कर दिया।
घायल अधिकारी और आरोपियों की भागने की कोशिश
पथराव के दौरान इंस्पेक्टर और उनके साथी घायल हो गए और किसी तरह वहां से जान बचाकर भागे। इस बीच, एक खाली ट्रैक्टर-ट्रॉली भी भाग गई। थोड़ी देर बाद फिरोजपुर झिरका के एसएचओ अमन सिंह अपनी टीम और माइनिंग डिपार्टमेंट के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुके थे।
आरोपियों की तलाश जारी
एफआईआर के आधार पर पुलिस ने मूली, अरशद और ढोला के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके अतिरिक्त 22 अज्ञात लोगों पर भी मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।
सख्त कार्रवाई की मांग
यह घटना अवैध खनन के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल खड़े करती है। स्थानीय लोग और अधिकारियों ने खनन माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
No comments
Post a Comment