Haryana School Update: हरियाणा में शिक्षा क्षेत्र में बड़े बदलाव, 8वीं तक के छात्र पढ़ेंगे गीता का पाठ, शिक्षकों की कमी होगी दूर

Haryana School Update


Haryana School Update: हरियाणा सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप शिक्षा प्रणाली में व्यापक बदलाव लाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक कर इस दिशा में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए।


गीता होगी पाठ्यक्रम का हिस्सा

हरियाणा सरकार ने श्रीमद्भगवद्गीता को आठवीं कक्षा तक के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने का फैसला किया है। इस पहल का उद्देश्य बच्चों को संस्कारवान बनाना और उन्हें भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों से परिचित कराना है। गीता का अध्ययन छात्रों को नैतिकता, अनुशासन और आध्यात्मिकता की शिक्षा देगा, जिससे उनके व्यक्तित्व का समग्र विकास होगा।


शिक्षकों की कमी होगी दूर

सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए नए सिरे से कार्ययोजना तैयार की जा रही है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि आगामी शैक्षणिक सत्र तक हर सरकारी स्कूल में छात्र-शिक्षक अनुपात को संतुलित किया जाए।

शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव पंकज अग्रवाल को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि छात्रों की संख्या के अनुसार शिक्षकों की तैनाती की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों की कमी नहीं है, लेकिन उनकी तैनाती में संतुलन की जरूरत है। इस कदम से सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा और जनता का विश्वास बढ़ेगा।


शिक्षकों का कौशल विकास

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शिक्षकों के कौशल विकास पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को नई शिक्षण पद्धतियों और आधुनिक तकनीकों से प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि वे छात्रों को बेहतर तरीके से शिक्षा प्रदान कर सकें। साथ ही, खेल और स्वच्छता को स्कूलों में अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा, ताकि छात्रों का शारीरिक और मानसिक विकास सुनिश्चित हो सके।


मॉडल संस्कृति स्कूलों की संख्या बढ़ेगी

ब्लॉक स्तर पर संचालित सीबीएसई मान्यता प्राप्त मॉडल संस्कृति स्कूल में प्रवेश लेने के लिए बच्चों और अभिभावकों की होड़ को देखते हुए इन स्कूलों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इन स्कूलों में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान की जाती है, जिससे ये ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोकप्रिय हो रहे हैं।

मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी को निर्देश दिए गए हैं कि मॉडल स्कूलों के विकास और निर्माण के लिए इंजीनियरिंग विंग के अधिकारियों को अधिकृत किया जाए। साथ ही, ठेकेदारों के कार्य में देरी को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी।


हर बच्चे की होगी ट्रैकिंग

मुख्यमंत्री ने स्कूलों में पढ़ने वाले हर बच्चे की ट्रैकिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। यह प्रक्रिया 12वीं कक्षा के बाद भी जारी रहेगी, जिससे यह पता लगाया जा सके कि छात्र आगे की पढ़ाई कहां कर रहा है। यह कदम ड्रॉपआउट की समस्या को समाप्त करने में मदद करेगा।

उन्होंने कहा कि एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के युग में हमें आधुनिक शिक्षा प्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन करना होगा।


मूलभूत सुविधाओं पर विशेष ध्यान

हरियाणा सरकार ने स्कूलों और कॉलेजों में पेयजल, शौचालय और स्वच्छता जैसी मूलभूत सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सुविधाओं की कमी को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके अलावा, शिक्षण और गैर-शिक्षण स्टाफ से उनकी कार्यप्रणाली में सुधार की अपेक्षा की गई है।

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