हरियाणा पुलिस में फिटनेस अभियान: तोंद वाले पुलिसकर्मियों हो जाएं सावधान, डीजीपी ने जारी किए निर्देश

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Haryana Police: हरियाणा पुलिस ने अपने कर्मचारियों की फिटनेस को लेकर एक अनूठा कदम उठाया है। अब तोंद और अधिक वजन वाले पुलिसकर्मियों की पहचान कर उन्हें फिटनेस प्रोग्राम में शामिल किया जाएगा। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने इस संदर्भ में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इस अभियान का उद्देश्य पुलिसकर्मियों को बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रेरित करना और उनकी कार्यक्षमता को बढ़ाना है।


10 दिन में होगी पहचान, 40 दिन का होगा फिटनेस प्रोग्राम

तोंद और ज्यादा वजन वाले पुलिस कर्मचारियों की पहचान के लिए 10 दिन का समय दिया गया है। इसके बाद उनके लिए 40 दिन का फिटनेस प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। इस प्रोग्राम के तहत पुलिसकर्मियों को अपनी सुबह की दिनचर्या में योग, दौड़ और जिम जैसी गतिविधियों को शामिल करना अनिवार्य होगा।


गुरुग्राम से हुई अभियान की शुरुआत

इस अभियान की शुरुआत पहले चरण में गुरुग्राम से की गई है। यहां तोंद वाले पुलिस कर्मचारियों की पहचान शुरू हो चुकी है। गुरुग्राम में विशेष शारीरिक प्रशिक्षण के माध्यम से इन कर्मचारियों को फिटनेस के लक्ष्य तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।


हाईकोर्ट ने भी जताई थी चिंता

जून 2022 में, पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने दोनों राज्यों के पुलिस महानिदेशकों से तोंद वाले पुलिस कर्मचारियों की सूची मांगी थी। इसके बाद कुछ पुलिसकर्मियों को फिटनेस सुधारने के लिए पुलिस लाइन भेजा गया था। हालांकि, अब इस अभियान को व्यापक रूप से लागू करने का निर्देश दिया गया है।


गृह मंत्री अनिल विज के निर्देश

हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने भी पुलिस कर्मियों की फिटनेस पर जोर देते हुए कहा था कि अधिक वजन वाले कर्मचारियों का ट्रांसफर पुलिस लाइन में किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए थे कि ऐसे पुलिसकर्मियों को एक्सरसाइज कराकर फिट किया जाए और फिटनेस हासिल करने के बाद ही फील्ड में तैनात किया जाए।


तोंद से जुड़ी समस्याएं और समाधान

तोंद वाले पुलिसकर्मियों को कई बार अपराधियों का पीछा करने और सक्रिय भूमिका निभाने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इस समस्या के समाधान के लिए डीजीपी ने फिटनेस अभियान को प्राथमिकता दी है।

40 दिन के फिटनेस प्रोग्राम में शामिल गतिविधियां:

  1. योग अभ्यास: मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए।
  2. जिम वर्कआउट: शरीर की अतिरिक्त चर्बी घटाने के लिए।
  3. दौड़: सहनशक्ति और चुस्ती-फुर्ती को बढ़ाने के लिए।

फिटनेस अभियान की आवश्यकता

हरियाणा पुलिस में फिटनेस अभियान न केवल स्वास्थ्य सुधार का साधन है, बल्कि यह पुलिसकर्मियों को अपने कर्तव्यों को अधिक प्रभावी ढंग से निभाने में सक्षम बनाएगा। इस पहल से पुलिस विभाग में फिटनेस कल्चर को बढ़ावा मिलेगा और पुलिसकर्मियों की छवि और कार्यक्षमता में सुधार होगा।


हरियाणा पुलिस का यह कदम अन्य राज्यों के लिए एक मिसाल बन सकता है। फिटनेस अभियान के जरिए पुलिसकर्मियों को नई ऊर्जा और उत्साह मिलेगा, जो राज्य की कानून व्यवस्था को और मजबूत करेगा।

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