HMPV को लेकर हरियाणा सरकार ने जारी की एडवाइजरी, देशभर में अब तक 8 मामले आए सामने
Haryana news: हरियाणा सरकार ने ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है। राज्य के सभी अस्पतालों में आरटी-पीसीआर लैब्स को पूरी तरह सक्रिय रखने और पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के सीएमओ (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) को निर्देश दिया है कि एचएमपीवी जैसे लक्षणों वाले मरीजों का चेकअप फ्लू वार्ड में किया जाए। साथ ही, सभी स्वास्थ्य केंद्रों में आइसोलेशन वार्ड और फ्लू कॉर्नर बनाने के आदेश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी
हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने बताया कि फिलहाल प्रदेश में एचएमपीवी का कोई मामला सामने नहीं आया है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट पर है। उन्होंने सभी सिविल सर्जनों को इन्फ्लुएंजा, एचएमपीवी, आरएसवी और अन्य श्वसन संबंधी बीमारियों के इलाज के लिए पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि:
- सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर फ्लू कॉर्नर बनाए जाएं।
- पर्याप्त संख्या में दवाएं, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और उपकरण उपलब्ध हों।
- पीपीई किट, एन-95 मास्क, अभिकर्मक किट और वीटीएम सुनिश्चित किए जाएं।
- नामित केंद्रों में प्रशिक्षित कर्मचारियों की ड्यूटी रोटेशन में लगाई जाए।
- मौसमी इन्फ्लुएंजा और अन्य श्वसन बीमारियों के लिए समर्पित बिस्तर आरक्षित किए जाएं।
एचएमपीवी: क्या है यह वायरस?
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) एक ऐसा वायरस है जो सभी उम्र के लोगों में श्वसन संक्रमण पैदा कर सकता है। इसके लक्षणों में शामिल हैं:
- खांसी, बुखार, नाक बंद होना।
- सांस लेने में तकलीफ और ब्रोंकाइटिस।
- गंभीर मामलों में निमोनिया।
बचाव के उपाय:
- नियमित रूप से हाथ धोएं।
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से बचें।
- खांसी-जुकाम होने पर जांच कराएं।
- मास्क पहनें और बच्चों की विशेष देखभाल करें।
- साफ-सफाई का ध्यान रखें और गंभीर लक्षणों पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
देश में एचएमपीवी के 8 मामले
देश में अब तक एचएमपीवी के 8 मामले सामने आ चुके हैं। मंगलवार को महाराष्ट्र के नागपुर में 2 केस मिले। एक 13 साल की लड़की और एक 7 साल का लड़का संक्रमित पाए गए। इन दोनों बच्चों को सर्दी और बुखार की शिकायत थी। प्राइवेट लैब की जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालांकि, उनकी स्थिति अब नियंत्रण में है।
इससे पहले:
- कर्नाटक और तमिलनाडु में 2-2 केस।
- पश्चिम बंगाल और गुजरात में 1-1 केस।
इनमें अधिकांश मरीज बच्चे हैं।
हरियाणा सरकार की तैयारियां
राज्य के सभी अस्पतालों में निगरानी बढ़ा दी गई है। सरकार ने फ्लू और श्वसन संक्रमण से संबंधित बीमारियों पर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। सिविल सर्जन को स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों के इलाज के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार की सक्रियता से संभावित संक्रमण के खतरे को नियंत्रित किया जाएगा।