Haryana Civic Body Election : भाजपा की शहरी निकाय चुनाव रणनीति और नेताओं की घर वापसी
Civic Body Election Haryana: भाजपा ने शहरी निकाय चुनाव में उन नेताओं की घर वापसी की योजना बनाई है, जो विधानसभा चुनाव में टिकट कटने के बाद बागी हो गए थे। हालांकि, पार्टी उन्हें अब कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं देगी। पार्टी ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को यह स्पष्ट संदेश दिया है कि शहरी निकाय चुनाव के बाद ही उन्हें बोर्ड और निगमों में चेयरमैन पद मिल सकेंगे।
जो बोर्ड और निगमों के चेयरमैन का कार्यकाल खत्म हो चुका है, उन्हें फिलहाल पुराने पदों पर काम करने के लिए कहा गया है, लेकिन उनकी नियुक्ति शहरी निकाय चुनाव के बाद ही की जाएगी। कुछ चेयरमैन को हटाया भी जा सकता है, जबकि नए चेयरमैन नियुक्त किए जा सकते हैं। चुनाव के बाद नेताओं और कार्यकर्ताओं की मेहनत को ध्यान में रखते हुए उन्हें बोर्ड और निगमों में चेयरमैनी मिल सकती है।
भा.ज.पा. के कई प्रमुख नेता दिल्ली विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं, और राज्य में शहरी निकाय चुनाव के बाद ही पार्टी अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेगी। 11 नगर निगमों में चुनाव होने हैं और पार्टी की कोशिश है कि इन चुनावों में भाजपा उम्मीदवारों की जीत हो। भाजपा उन नेताओं को भी चुनाव लड़ाने पर विचार कर रही है, जिन्हें लोकसभा या विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिल पाया था। कुछ ऐसे उम्मीदवार भी हो सकते हैं, जो मामूली मतों से हार गए थे, उन्हें भी शहरी निकाय चुनाव में उतारा जा सकता है।
इसके अलावा, पार्टी ने विधानसभा चुनाव में पार्टी छोड़ने वाले नेताओं और टिकट के दावेदारों की घर वापसी का विचार किया है। पहले, प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने इसकी अनुमति नहीं दी थी, लेकिन अब पार्टी के प्रभारी डॉ. सतीश पुनिया ने इन नेताओं की वापसी के संकेत दिए हैं। हालांकि, उन्हें फिलहाल कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी। पार्टी का मानना है कि बड़े परिवार के साथ अधिक ताकत मिलेगी।