कुमारी सैलजा ने हरियाणा सरकार किया बड़ा हमला, कहा- देश में हरियाणा की पहचान पेपर लीक फैक्टरी के नाम से बनी
Haryana News: सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने हरियाणा में परीक्षाओं में हो रही गड़बड़ियों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य में कोई भी परीक्षा पारदर्शिता के साथ नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक होना अब एक आम बात हो गई है और हरियाणा "पेपर लीक फैक्ट्री" के रूप में बदनाम हो गया है।
उन्होंने मीडिया को दिए एक बयान में कहा कि लंबे समय से प्रदेश में कोई भी परीक्षा बिना किसी रुकावट के नहीं हुई है। परीक्षाओं में पेपर लीक होना, बड़े पैमाने पर नकल करवाना, उत्तर पुस्तिकाओं को बदलना, उनका बाहर जाना, और परीक्षा पर्यवेक्षकों द्वारा नकल करवाने जैसे मामले सामने आ रहे हैं। इन घटनाओं के कारण हरियाणा की पहचान "पेपर लीक फैक्ट्री" के रूप में बन गई है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि जब परीक्षाओं में पारदर्शिता नहीं होती, तो सबसे ज्यादा नुकसान प्रतिभाशाली छात्रों को होता है। लिखित परीक्षा में अच्छे अंक लाने वाले छात्रों को साक्षात्कार में कम अंक देकर उनके स्थान पर चहेतों को आगे बढ़ा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रतिभाओं के साथ विश्वासघात नहीं होना चाहिए।
उन्होंने हाल ही में हुए एमबीबीएस परीक्षा घोटाले का भी जिक्र किया और कहा कि परीक्षा पर्यवेक्षकों को और अधिक जवाबदेह बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह कदम पहले ही उठाया जा सकता था। उन्होंने पर्यवेक्षकों द्वारा पेपर खोलने और बाँटने के समय, उत्तर पुस्तिकाओं के संग्रह और उन्हें विश्वविद्यालय में जमा करने के समय की निगरानी पर जोर दिया। उन्होंने उन केंद्रों को ब्लैकलिस्ट करने की भी मांग की जहाँ पहले भी अनुचित साधनों के इस्तेमाल की रिपोर्ट मिली है।
कुमारी सैलजा ने एमबीबीएस परीक्षा में हुई गड़बड़ी को एक गंभीर अपराध बताया और कहा कि वार्षिक और पूरक दोनों परीक्षाओं में उत्तर पुस्तिकाओं को दोबारा लिखना बिना किसी साजिश के संभव नहीं है। उन्होंने सरकार से नकल माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की और कहा कि ये माफिया कर्मचारियों के माध्यम से ही परीक्षाओं में घोटाले करते हैं। उन्होंने ऐसे कर्मचारियों की पहचान कर उन पर कड़ी कार्रवाई करने की भी बात कही।
संक्षेप में, कुमारी सैलजा ने हरियाणा में परीक्षाओं की गिरती साख पर गहरी चिंता व्यक्त की और सरकार से इस स्थिति में सुधार लाने के लिए ठोस कदम उठाने का आग्रह किया।