हरियाणा: शिक्षा विभाग में जेबीटी शिक्षकों के लिए खुशखबरी, जल्द होंगे तबादले
Naya Haryana News: हरियाणा में शिक्षा विभाग के जेबीटी शिक्षकों के लिए एक अच्छी खबर आई है। वे जो एक जिले से दूसरे जिले में तबादले और पोस्टिंग का इंतजार कर रहे थे, उनके लिए अब राहत का समय आ गया है। अप्रैल से पहले इन शिक्षकों के तबादलों के लिए जरूरी होमवर्क पूरा कर लिया गया है। इस प्रक्रिया पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Nayab Singh Saini) के कार्यालय से भी मुहर लग चुकी है। पहले चरण में एक जिले से दूसरे जिले में तबादला करने का विकल्प खोला जाएगा, जिसके बाद जिले के भीतर भी तबादलों की प्रक्रिया शुरू होगी।
पिछली बार तबादला प्रक्रिया में परेशानी
इस बार, जेबीटी शिक्षकों के तबादलों में पिछले समय में शिक्षकों को हुई समस्याओं को दूर किया जा रहा है। इस बारे में शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने अफसरों को निर्देश जारी किए हैं, क्योंकि पिछले बार शिक्षकों ने तबादला प्रक्रिया से कोई लाभ न मिलने की शिकायत सीएमओ (CMO) और मंत्री से की थी। इस पर मंत्री ने अफसरों को तबादला नीति में बदलाव करने के आदेश दिए हैं, ताकि इस बार शिक्षकों को सही तरीके से लाभ मिल सके।
पदोन्नति के बाद खाली पड़े पद
सूबे में जेबीटी शिक्षकों की पदोन्नति के बाद बड़ी संख्या में टीजीटी और पीजीटी बन गए हैं, जिससे सैकड़ों पद खाली हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार, 600 से ज्यादा जेबीटी शिक्षकों की पदोन्नति हो चुकी है। ऐसे में आने वाले समय में जेबीटी तबादलों की प्रक्रिया के चलते शिक्षकों को राहत मिलने वाली है। पहले चरण में शिक्षक अपने गृह जिले में तबादला करवा पाएंगे, वहीं दूसरे चरण में उन्हें अपने गांव और कस्बे के पास पोस्टिंग मिलने का भी इंतजार है। सरकार इस प्रक्रिया को जल्दी पूरा करने के लिए तैयार है, और सीएमओ ने विभागीय अफसरों को शैक्षणिक सत्र 2025-26 से पहले तबादला प्रक्रिया को पूरा करने का आदेश दिया है।
शिक्षकों की मांग और विभाग की तैयारी
शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी अफसरों और शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा से लगातार मिलकर अपनी समस्याओं को उठाते रहे हैं। मंत्री ने इस बारे में शिक्षा विभाग की बैठक में लंबित तबादलों पर जवाब मांगा था, जिसके बाद अफसरों ने प्रक्रिया को तेज किया। विभाग ने जिलों से शिक्षकों और विद्यार्थियों की संख्या, अतिथि अध्यापकों और एचकेआरएन के तहत कार्यरत शिक्षकों का विवरण भी मांगा है।
हरियाणा में 2016 में ऑनलाइन तबादला नीति बनाई गई थी, लेकिन पिछले आठ सालों में केवल 2016, 2017, 2019 और 2022 में ही तबादले हो पाए थे। अब शिक्षा विभाग और राज्य सरकार के प्रयासों से जल्द ही तबादला प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है।