लाल डोरे में बने मकानों और दुकानों की रजिस्ट्री अब सिर्फ 1 रुपये में, सरकार ने शुरु कर दिया सर्वे, पढ़े पूरी जानकारी
Haryana News: फरीदाबाद नगर निगम क्षेत्र में शामिल 72 गांवों के लिए खुशखबरी है। ये गांव अब पूरी तरह से शहरी क्षेत्र का रूप ले चुके हैं, लेकिन लाल डोरे के अंदर होने के कारण यहां रजिस्ट्री और मालिकाना हक में दिक्कतें आती थीं। सरकार ने अब इन गांवों में स्वामित्व योजना के तहत मकानों और दुकानों की रजिस्ट्री मात्र 1 रुपये में कराने की व्यवस्था शुरू कर दी है।
डोर-टू-डोर सर्वे अभियान शुरू
नगर निगम ने इन गांवों में डोर-टू-डोर सर्वे शुरू किया है। मकानों और दुकानों का पूरा रिकॉर्ड तैयार करने के लिए 10 टीमें गठित की गई हैं। ये टीमें घर-घर जाकर सभी जरूरी दस्तावेज़ एकत्रित कर रही हैं और प्रॉपर्टी आईडी जनरेट कर रही हैं। यह रिकॉर्ड रेवेन्यू विभाग में दर्ज किया जाएगा, जिससे आगे की प्रक्रियाओं को सरल बनाया जा सके।
क्यों हो रहा है सर्वे?
नगर निगम क्षेत्र में आने वाले 72 गांव अब पूरी तरह से शहरी क्षेत्र का हिस्सा बन चुके हैं। हालांकि, सरकार के पास इन गांवों में स्थित मकानों और दुकानों का रेवेन्यू रिकॉर्ड नहीं है। इससे लोगों को अपने मकानों और दुकानों के मालिकाना हक के प्रमाण प्राप्त करने में परेशानी होती है। इस समस्या के समाधान के लिए नगर निगम की टीमें सक्रिय रूप से काम कर रही हैं।
मालिकाना हक सर्टिफिकेट मार्च तक जारी होगा
लाल डोरे में बसे मकानों और दुकानों के मालिकों को मार्च 2025 तक मालिकाना हक सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा। इसके बाद ये संपत्तियां कलेक्टर रेट पर रजिस्ट्री के लिए पात्र होंगी। वर्तमान में लाल डोरे के अंतर्गत बसे लोग केवल कब्जाधारी हैं, जिनके पास किसी भी प्रकार का वैध मालिकाना दस्तावेज़ नहीं है।
जरूरी दस्तावेज़ और प्रक्रिया
मालिकाना हक प्राप्त करने के लिए आवेदकों को निम्नलिखित दस्तावेज़ जमा करने होंगे:
- 10 साल से कब्जे का प्रमाण (बिजली बिल, ड्राइविंग लाइसेंस, गैस कनेक्शन की कॉपी आदि)।
- गांव के नंबरदार की रिपोर्ट।
- नगर निगम कमिटी का सत्यापन: इसमें स्थानीय पार्षद, नंबरदार और इंजीनियर शामिल होंगे।
सभी दस्तावेज़ों और सत्यापन के बाद ही मालिकाना सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा।
लोगों को किया जा रहा है जागरूक
नगर निगम की टीमें इस योजना के तहत लोगों को जागरूक कर रही हैं, ताकि अधिक से अधिक लोग अपनी संपत्ति का मालिकाना हक प्राप्त करने के लिए आगे आएं।
योजना का उद्देश्य
- लाल डोरे में बसे मकानों और दुकानों को वैधता प्रदान करना।
- संपत्तियों का रेवेन्यू रिकॉर्ड तैयार करना।
- लोगों को उनके मालिकाना अधिकार दिलाना।