हरियाणा में बिजली बिलों के लिए नई व्यवस्था: दिन-रात के अनुसार अलग-अलग दरें लागू



Haryana News: हरियाणा में बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव की तैयारी की जा रही है। राज्य सरकार ने बिजली बिलों की गणना में नई प्रणाली लागू करने का प्रस्ताव तैयार किया है, जिसके तहत दिन और रात के समय के अनुसार अलग-अलग दरें निर्धारित की जाएंगी। इस नई व्यवस्था को "टाइम ऑफ डे टैरिफ" कहा जाता है।

टाइम ऑफ डे टैरिफ क्या है?

टाइम ऑफ डे टैरिफ एक ऐसी प्रणाली है जिसमें बिजली की दरें दिन के विभिन्न समयों के अनुसार अलग-अलग होती हैं। आमतौर पर, दिन के पीक आवर्स (जब बिजली की मांग अधिक होती है) में दरें अधिक होती हैं, जबकि ऑफ-पीक आवर्स (जब मांग कम होती है) में दरें कम होती हैं। इस प्रणाली का उद्देश्य उपभोक्ताओं को पीक आवर्स में बिजली की खपत कम करने के लिए प्रोत्साहित करना है, जिससे ग्रिड पर भार संतुलित रहे।

हरियाणा में प्रस्तावित बदलाव

हरियाणा सरकार ने 1 अप्रैल 2025 से सभी उपभोक्ताओं के लिए टाइम ऑफ डे टैरिफ लागू करने का मसौदा तैयार किया है। वर्तमान में, यह प्रणाली केवल भारी और लघु उद्योगों पर लागू है, लेकिन अब इसे घरेलू उपभोक्ताओं तक विस्तारित करने की योजना है। इस बदलाव के परिणामस्वरूप, घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली बिल में 10 से 20 प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है।

उपभोक्ता परिषद की प्रतिक्रिया

उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने इस प्रस्ताव का विरोध किया है। उनका कहना है कि इस व्यवस्था को किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने दिया जाएगा और इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने चिंता व्यक्त की है कि यह नियम उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ डालेगा।

ऊर्जा विभाग का दृष्टिकोण

ऊर्जा विभाग का मानना है कि टाइम ऑफ डे टैरिफ उपभोक्ताओं के लिए लाभकारी होगा। विभाग के अनुसार, इस प्रणाली से उपभोक्ता पीक आवर्स में बिजली की खपत कम करके अपने बिलों में बचत कर सकेंगे। इसके अलावा, ग्रिड पर भार संतुलित रहने से बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।

उपभोक्ताओं के लिए सुझाव

  • बिजली खपत की योजना बनाएं: उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे अपनी बिजली खपत की योजना इस प्रकार बनाएं कि पीक आवर्स में कम से कम बिजली का उपयोग हो। उदाहरण के लिए, भारी उपकरणों का उपयोग ऑफ-पीक आवर्स में करें।

  • ऊर्जा दक्ष उपकरणों का उपयोग करें: ऊर्जा दक्ष उपकरणों का उपयोग करने से बिजली की खपत कम होगी और बिल में भी बचत होगी।

  • सरकारी अधिसूचनाओं पर नजर रखें: नई टैरिफ प्रणाली से संबंधित सरकारी अधिसूचनाओं और दिशानिर्देशों को नियमित रूप से पढ़ें और समझें।

निष्कर्ष

हरियाणा में प्रस्तावित टाइम ऑफ डे टैरिफ प्रणाली उपभोक्ताओं के बिजली उपयोग के पैटर्न में बदलाव ला सकती है। जहां एक ओर यह प्रणाली ग्रिड पर भार संतुलित करने में मदद करेगी, वहीं उपभोक्ताओं को भी अपनी खपत की आदतों में बदलाव करना होगा। उपभोक्ताओं के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे इस नई व्यवस्था के बारे में पूरी जानकारी रखें और अपनी बिजली खपत की योजना उसी के अनुसार बनाएं।

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