Earthquake in Himachal: हिमाचल प्रदेश में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.4, तिब्बत में अब तक 95 लोगों की मौत
शिमला: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में मंगलवार शाम 5:14 बजे भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.4 मापी गई, और इसका केंद्र जमीन से 5 किलोमीटर गहराई पर स्थित था। राहत की बात यह रही कि इस घटना से राज्य में किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।
हिमाचल प्रदेश भौगोलिक रूप से सिस्मिक ज़ोन-4 और 5 में आता है, जो इसे भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील बनाता है। मंडी, चंबा, कांगड़ा, लाहौल और कुल्लू जिले भूकंप की दृष्टि से सबसे अधिक संवेदनशील माने जाते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि हिमालयी क्षेत्र में लगातार भूगर्भीय गतिविधियों के चलते यहां भूकंप आना सामान्य है।
तिब्बत में 7.1 तीव्रता का भूकंप, भारी तबाही
मंगलवार सुबह 9:05 बजे (बीजिंग समय) तिब्बत के डिंगरी काउंटी में बड़ा भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 7.1 मापी गई। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, इस भूकंप में करीब 95 लोगों की मौत हो गई और 130 से अधिक लोग घायल हो गए। इस भूकंप के झटके भारत के कई हिस्सों, विशेषकर दिल्ली-एनसीआर में भी महसूस किए गए। तिब्बत में भारी तबाही की खबर ने पूरे क्षेत्र को चिंता में डाल दिया है।
भूकंप के दौरान कैसे रहें सुरक्षित?
भूकंप जैसी आपदा के दौरान निम्नलिखित सावधानियां बरतकर आप अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं:
घर के अंदर:
- मजबूत फर्नीचर, टेबल या बेड के नीचे बैठ जाएं।
- सिर और गर्दन को हाथों से ढक लें।
- घर की दीवारों, कांच की खिड़कियों और अलमारियों से दूर रहें।
अगर हाई-राइज बिल्डिंग में हैं:
- जब तक झटके बंद न हों, तब तक घर के अंदर ही रहें।
- भूकंप रुकने के बाद इमारत से बाहर निकलें और खुली जगह पर जाएं।
घर के बाहर:
- बिल्डिंग, बिजली के खंभे, पेड़, फ्लाईओवर और पुल जैसी संरचनाओं से दूर रहें।
- सुरक्षित स्थान पर जाएं और भूकंप रुकने तक वहीं रुकें।
अन्य सावधानियां:
- बिजली स्विच, गैस और लाइट को तुरंत बंद कर दें।
- आपातकालीन किट में टॉर्च, दवाएं, पानी और जरूरी दस्तावेज हमेशा तैयार रखें।
- घबराने के बजाय शांत रहें और स्थिति को समझदारी से संभालें।
आपदा प्रबंधन में शांति और सतर्कता जरूरी
भूकंप के दौरान घबराहट और जल्दबाजी के कारण चोट लगने या दुर्घटना होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, आपदा के समय हमेशा संयम और सतर्कता से काम लें।
हिमाचल प्रदेश के नागरिकों से अपील:
प्राकृतिक आपदाओं के प्रति जागरूक रहें और सुरक्षा के उपाय अपनाएं। प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपातकालीन स्थिति में अधिकारियों की मदद लें।