गौ सेवा सम्मान समारोह: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने की बड़ी घोषणाएं, गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर, करोड़ों रुपये जारी
Haryana News: पंचकूला के सेक्टर-5 स्थित इंद्रधनुष ट्यूटोरियल में मंगलवार को गौ सेवा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रदेश की गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके संचालन के लिए बड़ी धनराशि जारी करने की घोषणा की।
गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने संबोधन में कहा, "गौ भक्तों ने प्रदेश की गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभाई है।" उन्होंने गौ भक्तों को सम्मानित करते हुए यह भरोसा दिया कि प्रदेश सरकार गौशालाओं के संचालन में हर संभव सहयोग प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गौ माता हमारी संस्कृति और संस्कार का आधार हैं। परिवारों में पहली रोटी गाय के लिए निकाली जाती है, और यह हमारी परंपरा को आगे बढ़ाने का प्रतीक है।
गौशालाओं के लिए भारी बजट आवंटन
मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2014 से पहले गौशालाओं के लिए मात्र 2 करोड़ रुपये का बजट था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 510 करोड़ रुपये कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले केवल 215 गौशालाएं पंजीकृत थीं, जबकि अब यह संख्या बढ़कर 683 हो गई है। वर्तमान में इन गौशालाओं में 4,500 से अधिक गौवंश संरक्षित किए गए हैं।
इस साल सरकार ने 608 गौशालाओं के लिए 66 करोड़ रुपये और चारे की आपूर्ति के लिए 270 करोड़ रुपये जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गौशालाओं को 2 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली दी जा रही है और 330 सोलर पैनल लगाए गए हैं। इसके अलावा, बायोगैस प्लांट स्थापित कर गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।
प्राकृतिक खेती और गौ उत्पादों को बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित कर रही है। गौशालाओं में बनने वाले गोबर से "क्रोमो" नामक उत्पाद तैयार किया जा रहा है, जो प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देगा और बीमारियों से बचाव में मदद करेगा। उन्होंने बताया कि गोमूत्र से फिनाइल, शैंपू, और अन्य उत्पाद बनाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि लंपी बीमारी की रोकथाम के लिए विशेष वैक्सीन तैयार की गई है। उन्होंने कहा, "मोबाइल पशु चिकित्सालयों के माध्यम से पशुपालन के क्षेत्र में विशेष सेवाएं दी जा रही हैं।" देसी नस्ल की गायों की संख्या बढ़ाने के लिए भी राज्य सरकार प्रयासरत है।
गौ सेवा के प्रतीकात्मक कार्य
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कार्यक्रम से पहले गौ माता को हरा चारा खिलाया और बछड़ों को दूध पिलाया। उन्होंने गौ माता और भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त करते हुए प्रदेशवासियों की समृद्धि की कामना की।
मुख्यमंत्री की अपील और संदेश
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि वे गौशालाओं और बेसहारा पशुओं के संरक्षण में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही है ताकि सड़कों पर बेसहारा पशु न दिखें। उन्होंने त्रिदेव मिशन के तहत गौसेवा को एक मिशन मोड में लाने की बात कही।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
गौ सेवा सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री श्याम सिंह राणा, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्रवण गर्ग, और स्वामी ज्ञानानंद महाराज भी उपस्थित थे। इन सभी ने गौशालाओं के महत्व और गौ माता की सेवा के प्रति अपने विचार साझा किए।
गौ सेवा सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की घोषणाएं प्रदेश की गौशालाओं के लिए एक बड़ा कदम साबित होंगी। बजट बढ़ाने, प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने और बायोगैस प्लांट लगाने जैसे निर्णय न केवल गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाएंगे बल्कि पर्यावरण और कृषि क्षेत्र को भी समृद्ध करेंगे। मुख्यमंत्री का यह प्रयास हरियाणा की संस्कृति और संस्कारों को संरक्षित रखने का संदेश देता है।