भाजपा और कांग्रेस के नेता दलित बेटी को न्याय दिलाने के बजाय ओछी राजनीति कर रहे- अभय सिंह चौटाला
चंडीगढ़: इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने लोहारू हलके के भीमा फरटिया गांव की एक गरीब दलित बेटी के आत्मदाह को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह घटना प्रदेश में दलितों के साथ हो रहे अत्याचारों और शोषण का ताजा उदाहरण है। उन्होंने सरकार से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए दोषियों को सख्त सजा देने की बात कही है।
कॉलेज प्रशासन पर गंभीर आरोप
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि लोहारू के सिंघानी गांव स्थित शारदा महिला महाविद्यालय में फीस के नाम पर लड़कियों से भारी घपला किया जा रहा था। उन्होंने सवाल उठाया कि जब पूरे प्रदेश में दलित बेटियों की फीस माफ होती है, तो ऐसे में एक दलित छात्रा पर फीस जमा करने का दबाव क्यों बनाया गया? पेपर न देने की धमकी और मानसिक प्रताड़ना ने छात्रा को आत्महत्या जैसे कठोर कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।
दलितों पर बढ़ते अत्याचार
उन्होंने कहा कि चाहे कांग्रेस की दस साल की सरकार हो या अब भाजपा के दस साल के कार्यकाल में दलितों पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं। कांग्रेस के शासनकाल में हुए गोहाना कांड और मिर्चपुर कांड को लोग आज भी नहीं भूल पाए हैं। अब भाजपा के राज में दलित बेटियां आत्महत्या करने पर मजबूर हैं, जो बेहद शर्मनाक है।
ओछी राजनीति की कड़ी निंदा
अभय चौटाला ने कहा कि इस घटना को लेकर भाजपा और कांग्रेस के नेता दलित बेटी को न्याय दिलाने के बजाय ओछी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि इनेलो पार्टी इसकी कड़ी निंदा करती है।
सरकार से मांग
उन्होंने सरकार से अपील की कि मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों को जल्द से जल्द सजा दी जाए। साथ ही प्रदेश के स्कूलों और कॉलेजों में फीस माफ करने की नीति का कड़ाई से पालन हो, ताकि किसी और दलित छात्रा को ऐसी यातना न झेलनी पड़े।