बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ: रोहतक जिले के 17 गांवों में लिंगानुपात की चौंकाने वाली स्थिति, 10 गांवों में 500 से नीचे



नया हरियाणा: 2024 में हरियाणा के रोहतक जिले के 17 गांवों में खतरनाक रूप से कम लिंगानुपात दर्ज किया गया, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए विशेष अभियान शुरू कर दिए हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इन 17 गांवों में से 10 गांवों का लिंगानुपात 500 या उससे भी कम है, जबकि 53 गांवों में यह अनुपात 800 से नीचे है।

सबसे खराब लिंगानुपात वाले गांव

द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक आकड़ों के अनुसार, सिंहपुरा खुर्द गांव ने सबसे कम लिंगानुपात 200 दर्ज किया। वहीं, गंगानगर, गुगहेरी और बेड़वा में लिंगानुपात 333.33 है। अन्य गांवों जैसे गढ़ी (388.89), खरक जाटान (464.29) और गड्डी खेड़ी (481.48) में भी स्थिति बेहद खराब है।

2024 में प्रभावित गांवों का लिंगानुपात

गांव का नामलिंगानुपात
सिंहपुरा खुर्द200
गंगानगर, गुगहेरी, बेड़वा333.33
गढ़ी388.89
खरक जाटान464.29
गड्डी खेड़ी481.48

स्वास्थ्य विभाग का कड़ा रुख

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। रोहतक के सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र ने कहा, "यह बहुत ही गंभीर मामला है, और हम इसे सुधारने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।"

उन्होंने बताया कि अवैध लिंग-निर्धारण नेटवर्क को खत्म करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत सभी गर्भवती महिलाओं का शुरुआती चरण में पंजीकरण सुनिश्चित किया जा रहा है ताकि उनकी निगरानी की जा सके। इसके अलावा, पंचायती राज संस्थाओं को भी इस प्रयास में शामिल किया जा रहा है।

मिडवाइफ और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं पर विशेष निगरानी

स्वास्थ्य विभाग ने मिडवाइफ, सहायक नर्स मिडवाइफ (ANMs), आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (ASHAs) की भूमिका की भी जांच शुरू कर दी है। पीसी और पीएनडीटी के नोडल अधिकारी, डॉ. विश्वजीत राठी ने कहा, "हम जमीनी स्तर पर जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं और अवैध लिंग-निर्धारण में शामिल किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"

अवैध लिंग-निर्धारण रैकेट पर कार्रवाई

डॉ. राठी ने यह भी बताया कि दो महीनों से कम समय में, जिला टीम ने पीसी और पीएनडीटी एक्ट, एमटीपी एक्ट और ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के तहत तीन बड़े छापे मारे। इन छापों के दौरान दो अंतर्राज्यीय लिंग-निर्धारण रैकेट का भंडाफोड़ किया गया, जिसमें दलालों, डॉक्टरों, एक केमिस्ट और एक सप्लायर को गिरफ्तार किया गया। इन सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान का प्रभाव

अधिकारियों ने बताया कि हालांकि स्थिति अभी भी चिंताजनक है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" (BBBP) अभियान के बाद से सुधार हुआ है। "2015 में रोहतक का लिंगानुपात 859 था, जो 2024 में बढ़कर 888 हो गया है। यह 29 अंकों की वृद्धि को दर्शाता है।" 

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