हरियाणा में ओलावृष्टि से 2 लाख एकड़ से ज्यादा गेहूं की फसल को भारी नुकसान, 50 हजार एकड़ सरसो के तबाह!
Haryana Hailstorm: हरियाणा के हिसार और फतेहाबाद जिलों में ओलावृष्टि ने भारी तबाही मचाई है। कृषि विभाग की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, इन दोनों जिलों के करीब 100 गांवों में गेहूं और सरसों की फसलें बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं।
फसलों को भारी नुकसान
रिपोर्ट के मुताबिक, सरसों की फसल को 75% तक और गेहूं की फसल को 50% से कम नुकसान हुआ है। हिसार जिले में एक लाख एकड़ से अधिक क्षेत्र में गेहूं और 18,000 एकड़ में सरसों की फसल प्रभावित हुई है।
नारनौंद ब्लॉक सबसे ज्यादा प्रभावित
हिसार जिले का नारनौंद ब्लॉक सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है। यहां 82,350 एकड़ में गेहूं और 7,750 एकड़ में सरसों की फसल को नुकसान हुआ है। हांसी, अग्रोहा और आदमपुर ब्लॉक में भी फसलों के नुकसान की रिपोर्ट आई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इन क्षेत्रों में फसल का नुकसान 25% से अधिक लेकिन 50% से कम हुआ है।
प्रभावित गांवों की सूची
- नारनौंद: बुडाना, राखी शाहपुर, मिलकपुर और खैर रोजे।
- आदमपुर: मोड़ा खेड़ा, किशनगढ़ और मोहब्बतपुर।
किसानों पर आर्थिक संकट
ओलावृष्टि ने उन किसानों को गहरे संकट में डाल दिया है, जिन्होंने उच्च वार्षिक किराए पर कृषि भूमि ली थी। फसलों के नुकसान ने उनकी अच्छी फसल की उम्मीदें धराशायी कर दी हैं।
मुआवजे की मांग
आदमपुर विधायक चंदर प्रकाश ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर प्रभावित किसानों के लिए तुरंत मुआवजे की मांग की है। उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि ने किसानों को भारी नुकसान में डाल दिया है, और उन्हें तुरंत सहायता की आवश्यकता है।
ऑल इंडिया किसान सभा के जिला सचिव, सतवीर सिंह धायल ने भी राजस्व विभाग से नुकसान का विस्तृत सर्वेक्षण करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि कुछ क्षेत्रों में नुकसान 50% से 75% तक हो सकता है, विशेषकर गेहूं, सरसों और सब्जी की फसलों में।
विशेष सर्वेक्षण की जरूरत
कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ. राजबीर सिंह ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी गई है। राजस्व विभाग नुकसान का विस्तृत आकलन करेगा।
फतेहाबाद में सरसों की फसल को भारी नुकसान
फतेहाबाद जिले में करीब 3,700 एकड़ में सरसों की फसल को गंभीर क्षति पहुंची है। नुकसान 50% से 75% के बीच आंका गया है। हालांकि, गेहूं की फसल को भी ओलावृष्टि का असर झेलना पड़ा है, लेकिन इसका सटीक आकलन राजस्व विभाग की विशेष गिरदावरी के बाद होगा। सरसों की फसल में नुकसान स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है, क्योंकि ओलावृष्टि से पौधे पूरी तरह टूट चुके हैं।