सिरसा, हिसार, फतेहाबाद में नहरी पानी की कमी: मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा अभी पानी की कमी है रोटेशन प्रणाली से मिलेगा पानी
डबवाली: सिरसा, फतेहाबाद और हिसार जिलों के किसानों को इन दिनों पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। नहरों में पानी की कमी और खेतों की सिंचाई के लिए आवश्यक संसाधनों की अनुपलब्धता ने किसानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
किसानों की नाराजगी
पिछले दो हफ्तों से बंदी के कारण किसानों को फसल की सिंचाई में गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इन इलाकों के किसान नहरों में पानी की मांग को लेकर लगातार आवाज उठा रहे हैं। उनका कहना है कि समय पर पानी न मिलने से उनकी फसल खराब हो सकती है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर गंभीर असर पड़ेगा।
सिंचाई मंत्री का बयान
हरियाणा की सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी ने इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि, “हमारे सामने पानी की उपलब्धता की कमी एक बड़ी चुनौती है। किसानों की समस्या को समझते हुए हम इसे सुलझाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। वर्तमान में रोटेशन प्रणाली अपनाई गई है ताकि सभी को पानी उपलब्ध कराया जा सके।” मंत्री ने यह भी कहा कि मौजूदा स्थिति में ग्रुप्स बनाकर पानी की आपूर्ति की जा रही है, ताकि न्यूनतम संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग किया जा सके।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सैनी ने कहा है कि “राज्य की बीजेपी सरकार किसानों के हितों के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। किसी भी किसान को पानी की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा। रोटेशन प्रणाली को इसलिए लागू किया गया है ताकि पानी का समान वितरण सुनिश्चित किया जा सके।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह कदम पानी की उपलब्धता में अस्थायी कमी को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
रोटेशन प्रणाली पर जोर
राज्य सरकार ने पानी की किल्लत को दूर करने के लिए रोटेशन प्रणाली लागू की है। इस प्रणाली के तहत पानी की आपूर्ति बारी-बारी से विभिन्न क्षेत्रों में की जा रही है। हालांकि, किसान इस प्रणाली को अपनी समस्या का समाधान मानने के बजाय इसे असुविधाजनक बता रहे हैं।