दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को कहा अलविदा, गजब का रिकॉर्ड बना गए एश
Ravi Ashwin : भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। उनका यह फैसला भारतीय क्रिकेट के लिए एक युग के अंत जैसा है। अश्विन ने 14 साल तक अपने करियर में गेंद और बल्ले दोनों से शानदार प्रदर्शन किया और भारतीय क्रिकेट को कई ऐतिहासिक क्षण दिए।
अश्विन का करियर: आंकड़ों में एक नजर
- डेब्यू: 2010 में जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 मैच
- कुल मैच: 287 (टेस्ट, वनडे और टी20 मिलाकर)
- कुल विकेट: 765
- टेस्ट में रन: 6 शतक और 14 अर्धशतक सहित 3,503 रन
- कुल रन (सभी फॉर्मेट): 4,394 रन
- विशेष पहचान: टेस्ट क्रिकेट में अनिल कुंबले के बाद भारत के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज
संन्यास की घोषणा
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिसबेन टेस्ट बारिश के कारण ड्रॉ होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अश्विन ने अपने रिटायरमेंट की घोषणा की। उन्होंने कहा:
"यह इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में एक भारतीय क्रिकेटर के रूप में मेरा आखिरी दिन है। मैंने इस लंबे सफर का बहुत आनंद लिया और साथी खिलाड़ियों के साथ शानदार यादें बनाई। अब मेरा फोकस क्लब क्रिकेट पर रहेगा।"
अश्विन की विरासत
अश्विन ने एक टेस्ट लीजेंड के तौर पर खुद को स्थापित किया। उनकी विविधतापूर्ण गेंदबाजी और हर परिस्थिति में प्रदर्शन करने की क्षमता ने उन्हें आधुनिक युग के सबसे प्रभावी गेंदबाजों में से एक बनाया।
- रिकॉर्ड: टेस्ट क्रिकेट में 6 बार मैन ऑफ द सीरीज का अवार्ड जीतने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं।
- ऑलराउंडर के तौर पर योगदान: उन्होंने न केवल गेंदबाजी में, बल्कि बल्लेबाजी में भी कई अहम पारियां खेली।
भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ी क्षति
अश्विन का संन्यास भारतीय टीम के लिए एक बड़ी कमी छोड़ देगा, खासकर टेस्ट क्रिकेट में जहां उन्होंने अपने दम पर कई मैच जिताए। हालांकि, उनके करियर की यादें और रिकॉर्ड भारतीय क्रिकेट इतिहास में हमेशा अमर रहेंगे।
भारतीय क्रिकेट के इस महान सितारे को उनकी नई पारी के लिए शुभकामनाएं!