फतेहाबाद के निवासियों को रेलवे स्टेशन के लिए करना होगा और इंतजार, रेल मंत्रालय ने खारिज की मांग
फतेहाबाद: हरियाणा के फतेहाबाद जिले के निवासियों को अपने जिले में रेलवे स्टेशन के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। फतेहाबाद जिला मुख्यालय को रेल नेटवर्क से जोड़ने के लिए किए गए सर्वे को रेल मंत्रालय ने खारिज कर दिया है। सिरसा लोकसभा से कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने फतेहाबाद-अग्रोहा-हिसार रूट को रेल नेटवर्क से जोड़ने का मुद्दा उठाया था। इस पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सिरसा और हिसार पहले से ही भट्टू कलां के रास्ते भारतीय रेल नेटवर्क से जुड़े हुए हैं।
सर्वे में कम ट्रैफिक का अनुमान
रेल मंत्री ने बताया कि हिसार से फतेहाबाद और अग्रोहा के बीच रेल लाइन के लिए 93 किलोमीटर का सर्वे किया गया था। लेकिन सर्वे में कम यातायात (ट्रैफिक) का अनुमान होने के कारण इस परियोजना को रद्द कर दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि सिरसा और हिसार पहले से ही रेल नेटवर्क से पूरी तरह से जुड़े हैं, जिससे इस रूट पर नए कनेक्शन की तत्काल आवश्यकता नहीं है।
कुमारी शैलजा ने उठाया सवाल
सांसद कुमारी शैलजा ने रेल मंत्री से सवाल किया था कि क्या फतेहाबाद से हिसार वाया अग्रोहा रेल लाइन को मंजूरी दे दी गई है और इस पर कोई सर्वे कराया गया है? उन्होंने यह भी पूछा कि अग्रोहा और फतेहाबाद के बीच रेल मार्ग पर पटरी बिछाने का काम कब शुरू होगा। जवाब में रेल मंत्री ने स्पष्ट किया कि सर्वेक्षण के बावजूद परियोजना को लाभप्रद न पाते हुए रद्द कर दिया गया।
पुरानी घोषणाएं लेकिन कोई प्रगति नहीं
फतेहाबाद के निवासी लंबे समय से जिला मुख्यालय को रेल नेटवर्क से जोड़ने की मांग कर रहे हैं। इस मांग पर कई बार राजनीतिक दलों द्वारा घोषणाएं की गईं। वर्ष 2000 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने फतेहाबाद में आयोजित एक जनसभा के दौरान इस परियोजना की घोषणा की थी। उनके बाद पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और अशोक तंवर ने भी इसकी घोषणा की, लेकिन आज तक इस पर कोई प्रगति नहीं हुई।
रेल नेटवर्क को मंजूरी के मानदंड
रेल मंत्रालय नए रेल नेटवर्क को मंजूरी देने के लिए कई मानदंडों का पालन करता है। किसी भी नए रेल मार्ग के लिए यातायात का अनुमान, अंतिम मील कनेक्टिविटी, मिसिंग लिंक और वैकल्पिक मार्गों का आकलन किया जाता है। इसके अलावा संतृप्त लाइनों के विकास, परियोजना की लाभप्रदता और सामाजिक-आर्थिक महत्व को भी ध्यान में रखा जाता है।
निष्कर्ष
फतेहाबाद के निवासी अपनी लंबे समय से चली आ रही मांग के पूरे होने का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, कम यातायात के अनुमान के कारण फिलहाल इस परियोजना को रोक दिया गया है। अब यह देखना होगा कि भविष्य में इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाया जाता है या नहीं।