Haryana Weather: हरियाणा में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) का प्रभाव साफ नजर आ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के कुछ इलाकों में आज और कल बारिश और हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इसके बाद तापमान में गिरावट का दौर फिर से शुरू होगा।
बारिश और बूंदाबांदी की संभावना
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 8 दिसंबर की रात और 9 दिसंबर को हरियाणा के उत्तरी और दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों में हल्की बारिश और बूंदाबांदी हो सकती है। हालांकि, 10 से 13 दिसंबर तक प्रदेश का मौसम सूखा रहने की संभावना है।
इस दौरान उत्तरी और पश्चिमी हवाएं चलने से रात के तापमान में और गिरावट होगी। कई क्षेत्रों में सुबह के समय हल्की धुंध छा सकती है।
हिसार बना सबसे ठंडा स्थान
प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण तापमान में गिरावट देखी गई है। बीते 24 घंटों में हिसार सबसे ठंडा रहा, जहां का न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह पूरे प्रदेश में सबसे कम रहा।
12 जिलों में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंचा:
- अंबाला
- करनाल
- नारनौल
- रोहतक
- भिवानी
- सिरसा
- जींद
- कुरुक्षेत्र
- पानीपत
- पलवल
- सोनीपत
- यमुनानगर
हिसार में इससे पहले 1973 में तापमान -1.5 डिग्री सेल्सियस तक गिरा था। 2013, 2018 और 2020 में भी यहां का तापमान माइनस में जा चुका है।
प्रदूषण का स्तर बढ़ा: दो जिलों की हवा खराब
मौसम में बदलाव के साथ प्रदूषण का स्तर भी बढ़ा है। बीते 24 घंटों में हरियाणा के दो जिलों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 200 के पार पहुंच गया:
- बहादुरगढ़: 294 (खराब श्रेणी)
- रोहतक: 218 (खराब श्रेणी)
अन्य जिलों में एक्यूआई इस प्रकार रहा:
- मुरथल: 196
- गुरुग्राम: 193
- भिवानी: 185
- कुरुक्षेत्र: 170
- चरखी दादरी: 168
- कैथल: 163
- हिसार: 162
आगामी मौसम का पूर्वानुमान
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार, प्रदेश में आने वाले दिनों में मौसम सामान्यत: खुश्क रहेगा।
हालांकि, पहाड़ों में सक्रिय कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के चलते हरियाणा में हवा की दिशा में बदलाव और बादल छाने की संभावना है। इससे दिन और रात के तापमान में गिरावट जारी रहेगी।
"पहाड़ों से आने वाली सर्द हवाओं के कारण आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने के आसार हैं," डॉ. खीचड़ ने कहा।
हरियाणा में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर ठंड बढ़ाने और बारिश लाने वाला साबित हो रहा है। ठंड के इस बढ़ते दौर के साथ प्रदूषण का स्तर भी चिंताजनक है। नागरिकों को मौसम के अनुसार सतर्क रहने और आवश्यक उपाय करने की सलाह दी जाती है।
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