Haryana News: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) के प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला का शुक्रवार, 20 दिसंबर 2024 को निधन हो गया। उनके निधन की खबर से पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई। हरियाणा सरकार ने उनके सम्मान में 20 से 22 दिसंबर तक तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। इस दौरान पूरे प्रदेश में सभी सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा, और कोई भी सरकारी समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा।
21 दिसंबर को सार्वजनिक अवकाश
राजकीय शोक के दौरान हरियाणा सरकार ने 21 दिसंबर 2024 को सभी सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, और संस्थानों में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। आदेश में कहा गया है कि इस दिन सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे, और कोई आधिकारिक कार्यवाही नहीं होगी।
गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन
पूर्व मुख्यमंत्री चौटाला ने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में शुक्रवार सुबह अपनी अंतिम सांस ली। जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार सुबह उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें 11:35 बजे मेदांता अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। हालांकि, डॉक्टरों के तमाम प्रयासों के बावजूद उनका निधन हो गया। उनकी मृत्यु का कारण हार्ट अटैक बताया गया है।
हरियाणा में पांच बार मुख्यमंत्री और सात बार विधायक
ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा की राजनीति का बड़ा चेहरा थे। उन्होंने पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली और सात बार विधायक के रूप में प्रदेश की सेवा की। उनके नेतृत्व में हरियाणा ने ग्रामीण विकास और कृषि क्षेत्र में कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कीं।
राष्ट्रीय ध्वज रहेगा आधा झुका
हरियाणा सरकार ने घोषणा की है कि 20 से 22 दिसंबर के दौरान राज्य के सभी सरकारी भवनों और कार्यालयों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। इस अवधि में सभी सरकारी मनोरंजन कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है।
ओमप्रकाश चौटाला का योगदान
ओमप्रकाश चौटाला का राजनीतिक करियर कई उपलब्धियों और चुनौतियों से भरा रहा। वह अपने पिता और हरियाणा के पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के पदचिन्हों पर चलते हुए ग्रामीण विकास और सामाजिक कल्याण के लिए प्रतिबद्ध रहे। उनके निधन से हरियाणा ने एक जनप्रिय नेता और कुशल प्रशासक को खो दिया है।
निष्कर्ष
ओमप्रकाश चौटाला का निधन हरियाणा के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका योगदान राज्य की राजनीति, कृषि, और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में हमेशा याद रखा जाएगा। उनके सम्मान में घोषित तीन दिन का राजकीय शोक उनके प्रति जनता के गहरे सम्मान और श्रद्धा को दर्शाता है।
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