डबवाली को जिला बनाने की मांग तेज़, इनेलो विधायक आदित्य चौटाला ने कैबिनेट मंत्री को फिर सौंपा मांग पत्र, जानें क्यों जरूरी है जिला बनना
डबवाली: डबवाली को जिला बनाने के लिए चल रही मांग अब तेज हो गई है, खासकर तब जब जिला गठन कमेटी के अध्यक्ष कृष्ण लाल पंवार के हालिया बयानों के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। पंवार ने डबवाली को जिला बनाने के लिए कोई प्रस्ताव न आने की बात कही थी, जिससे स्थानीय राजनीति में उबाल आ गया है। अब डबवाली को एक पूर्ण जिला बनाने की मांग ने गंभीर रूप ले लिया है, और यह मांग तेजाखेड़ा फार्म हाउस से सीधे प्रदेश सरकार और नव जिला निर्माण कमेटी तक पहुंच चुकी है।
डबवाली के विधायक आदित्य देवीलाल ने इस मुद्दे को लेकर एक मांग पत्र नव जिला निर्माण कमेटी के सदस्य और कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल को सौंपा। विपुल गोयल वीरवार को तेजाखेड़ा फार्म हाउस पर पूर्व मुख्यमंत्री स्व. चौधरी ओम प्रकाश चौटाला को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे थे, जहां आदित्य देवीलाल के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने डबवाली को जिला बनाने का मामला उठाया। इस मौके पर वरिष्ठ इनेलो नेता संदीप चौधरी, इनेलो के शहरी प्रधान संदीप गर्ग, नगर परिषद अध्यक्ष टेक चंद छाबड़ा और अन्य स्थानीय लोग भी उपस्थित थे।
विधायक आदित्य देवीलाल द्वारा सौंपे गए मांग पत्र में प्रदेश के संभावित सभी नए जिलों से जुड़े शहरों के क्षेत्रफल, जिला मुख्यालय से दूरी, बुनियादी जरूरतें और तथ्यों के आधार पर डबवाली को जिला बनाने का समर्थन किया गया। डबवाली को जिला बनाने के लिए इसके सामाजिक और भौगोलिक पहलुओं को भी मजबूती से प्रस्तुत किया गया है, और इसे सबसे मजबूत आधार बताया गया है।
डबवाली की जनसंख्या अब 3 लाख के आसपास है, जो 2011 की जनगणना के अनुसार 2.35 लाख थी। इस जनसंख्या वृद्धि के साथ ही डबवाली क्षेत्र के गांवों की संख्या भी बहुत बड़ी है। यहां के लोग सिरसा जिला मुख्यालय तक पहुंचने के लिए लगभग 60 किलोमीटर की दूरी तय करते हैं, जबकि हरियाणा के अन्य जिलों में एक जिले से दूसरे जिले तक की दूरी सामान्यत: 40-45 किलोमीटर होती है। कई गांवों की दूरी सिरसा जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर तक है। इसलिए डबवाली को अलग जिला बनाने की आवश्यकता और तर्क मजबूत हो जाते हैं।
डबवाली क्षेत्र सिरसा जिले का सबसे बड़ा उपमंडल है, और इस इलाके के लोगों को जिला मुख्यालय तक जाने में लंबी यात्रा करनी पड़ती है। सिरसा जिले में 344 गांव हैं, जिन्हें समान रूप से बांट कर डबवाली को नया जिला बनाने का प्रस्ताव रखा जा सकता है। हाल में ही गोहाना को जिला बनाने का उदाहरण भी सामने है, जो सोनीपत जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर स्थित है। ऐसे में डबवाली की सिरसा मुख्यालय से 60 किलोमीटर की दूरी को देखते हुए यह तर्क मजबूत हो जाता है कि डबवाली को एक स्वतंत्र जिला बना दिया जाए।
हरियाणा के अन्य जिलों का क्षेत्रफल (वर्ग किलोमीटर में) इस प्रकार है:-
- सिरसा - 4277
- हिसार - 3983
- भिवानी - 3432
- जींद - 2702
- फतेहाबाद - 2538
- करनाल - 2520
- केथल - 2317
- सोनीपत - 2260
- फरीदाबाद - 2151
- महेंद्रगढ़ - 1899
- नूह - 1860
- झज्जर - 1834
- यमुनानगर - 1756
- रोहतक - 1745
- अंबाला - 1568
- रेवाड़ी - 1559
- कुरुक्षेत्र - 1530
- चरखी दादरी - 1370
- पलवल - 1359
- पानीपत - 1268
- गुरुग्राम - 1258
- पंचकूला - 89
डबवाली पहले से एक पुलिस जिला है और यहां 100 बिस्तरों वाला सिविल अस्पताल, नगर परिषद और अन्य जरूरी सुविधाएं मौजूद हैं। इसके अलावा, डबवाली सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित है, जो भूगोलिक और डेमोग्राफिक दृष्टिकोण से इसे एक विशेष स्थिति प्रदान करता है।
डबवाली को जिला बनाने की आवश्यकता इस प्रकार है:
- यह प्रदेश का सबसे बड़ा उपमंडल है।
- सिरसा जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर है।
- डबवाली पहले से एक पुलिस जिला है।
- पंजाब और राजस्थान से सटा हुआ है।
- भौगोलिक और डेमोग्राफिक दृष्टिकोण से उपयुक्त है।
इस प्रकार डबवाली को जिला बनाने के मामले में अब सबकी निगाहें प्रदेश सरकार और नव जिला निर्माण कमेटी की तरफ लगी हुई हैं, और उम्मीद जताई जा रही है कि यह मांग जल्द ही साकार होगी।