हरियाणा वालों के लिए आई एक और खुशख़बरी, गुरुग्राम मेट्रो प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी, बनेंगे 28 नए स्टेशन
Haryana Metro: हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन बोर्ड ने गुरुग्राम में प्रस्तावित मेट्रो परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को हरी झंडी दे दी है। इस परियोजना के तहत मेट्रो का निर्माण गुरुग्राम सेक्टर-56 से पचगांव तक किया जाएगा।
परियोजना का विवरण
- इस मेट्रो परियोजना की कुल लंबाई 36 किलोमीटर होगी।
- इसमें 28 स्टेशन बनाए जाएंगे।
- सेक्टर-56 में एक इंटरचेंज स्टेशन बनाया जाएगा, जो रैपिड मेट्रो (साइबर सिटी से सेक्टर-56 तक) के सेक्टर-56 स्टेशन के पास स्थित होगा।
- वाटिका चौक पर भी एक इंटरचेंज स्टेशन बनाया जाएगा, क्योंकि यहां से मेट्रो को भोंडसी से राजीव चौक तक जोड़ने की योजना है।
स्टेशनों का रूट और स्थान
गोल्फ कोर्स रोड के पास घाटा गांव में एक स्टेशन बनाया जाएगा।
इसके बाद मेट्रो स्टेशन निम्नलिखित क्षेत्रों में विकसित होंगे:
- सेक्टर-61
- सेक्टर-62
- नरवाना कंट्री
- सेक्टर-66
वाटिका चौक से आगे मेट्रो स्टेशन इन सेक्टरों में बनाए जाएंगे:
- सेक्टर-69
- सेक्टर-70
- सेक्टर-75
खेड़की दौला में एक और इंटरचेंज स्टेशन बनाया जाएगा। यहां से आगे मेट्रो निम्नलिखित स्थानों पर जाएगी:
- सेक्टर-36A
- ग्लोबल सिटी
- सेक्टर-88
- सेक्टर-84
- सेक्टर-85
- सेक्टर-89
अन्य स्टेशनों का निर्माण इन स्थानों पर किया जाएगा:
- सेक्टर-86 और 90
- सेक्टर-91
- कंकरोला गांव
- सेक्टर-M15
- सेक्टर-M14
- M-9, M-8
- मानेसर (HORC)
- सेक्टर-P4, P5, P7
- पचगांव
मंजूरी प्रक्रिया
हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन बोर्ड ने इस परियोजना के लिए सामाजिक प्रभाव मूल्यांकन (Social Impact Assessment), पर्यावरण-आधारित मूल्यांकन (Environmental Assessment) और वैकल्पिक विश्लेषण रिपोर्ट (Alternative Analysis Report) को भी मंजूरी दे दी है।
अब विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को राज्य सरकार की मंजूरी के बाद केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।
बोर्ड बैठक का विवरण
हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन बोर्ड की हालिया बैठक की अध्यक्षता हरियाणा सचिव विवेक जोशी ने की। इस बैठक में प्रमुख आईएएस अधिकारी जैसे:
- अनुराग रस्तोगी
- अरुण कुमार गुप्ता
- ए. श्रीनिवास
- डॉ. चंद्रशेखर खरे
- अमित खत्री
- सुशील सरवान
इसके अलावा आईपीएस अधिकारी नवदीप सिंह विरक और वित्तीय निदेशक बीबी गुप्ता भी शामिल रहे।
निष्कर्ष
गुरुग्राम के लिए यह मेट्रो परियोजना एक बड़ी सौगात साबित होगी। इससे शहर में यातायात की सुविधा बेहतर होगी और राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गुरुग्राम को एक विकसित मेट्रो शहर के रूप में नई पहचान मिलेगी।