चडीगढ़: हरियाणा के विधानसभा चुनाव 2024 में करारी हार का सामना करने वाली जननायक जनता पार्टी (JJP) का चंडीगढ़ स्थित प्रदेश कार्यालय खाली होने की स्थिति में है। यह कार्यालय पिछले पांच वर्षों से चंडीगढ़ के सेक्टर 3 में 17 नंबर MLA फ्लैट में संचालित हो रहा था।
फ्लैट का आवंटन और चुनावी परिदृश्य
यह फ्लैट पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की मां और पूर्व विधायक नैना चौटाला के नाम पर आवंटित था। नैना चौटाला 2019 से 2024 तक बाढ़ड़ा विधानसभा सीट से विधायक थीं। 2019 के चुनाव में JJP के 10 विधायक चुनकर आए थे, लेकिन 2024 में पार्टी का एक भी उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत पाया।
हार के बाद, हरियाणा विधानसभा सचिवालय ने JJP को फ्लैट खाली करने का नोटिस जारी किया। पार्टी ने 3 महीने की मोहलत मांगी थी, लेकिन सचिवालय ने 15 दिसंबर तक का ही समय दिया है।
JJP के कार्यालय का इतिहास
इस फ्लैट में पहले लंबे समय तक इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) का दफ्तर था। जब दुष्यंत चौटाला ने INLD से अलग होकर JJP बनाई, तो उन्होंने इसी फ्लैट को प्रदेश कार्यालय बना लिया।
पार्टी और सरकार में प्रभावशाली भूमिका के दौरान यह स्थान गतिविधियों का केंद्र बना रहा। तत्कालीन उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला खुद यहां कार्यकर्ताओं से मुलाकात करते थे। लेकिन 2024 के चुनाव में हार के बाद, और भाजपा के साथ गठबंधन टूटने से यह दफ्तर वीरान हो गया।
गठबंधन टूटने के बाद की स्थिति
JJP का भाजपा के साथ गठबंधन 2024 के चुनावों से पहले टूट गया। इसके बाद, पार्टी दफ्तर में गतिविधियां लगभग ठप हो गईं।
- कार्यकर्ताओं की भीड़ गायब हो गई।
- चुनाव परिणाम के बाद दुष्यंत चौटाला ने भी इस कार्यालय में आना बंद कर दिया।
- फिलहाल JJP का नेतृत्व संगठन को फिर से सक्रिय करने की योजना बना रहा है।
भाजपा की महिला विधायक से उम्मीद
सियासी गलियारों में चर्चा है कि यह फ्लैट भाजपा की एक महिला विधायक के नाम पर आवंटित हो सकता है। माना जा रहा है कि यह महिला विधायक फ्लैट लेकर JJP को इसे दफ्तर के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति दे सकती हैं। इसका कारण यह है कि दुष्यंत चौटाला ने पहले उनके परिवार की मदद की थी।
हालांकि, यदि ऐसा नहीं हुआ, तो JJP को यह स्थान खाली करना पड़ेगा।
15 दिसंबर की डेडलाइन और पीनल रेंट
हरियाणा विधानसभा सचिवालय ने हारे हुए सभी विधायकों को 15 दिसंबर तक फ्लैट खाली करने का अल्टीमेटम दिया है।
- अगर फ्लैट खाली नहीं किया गया, तो संबंधित विधायक से पीनल रेंट वसूला जाएगा।
- इस समय नए विधायकों को फ्लैट आवंटन की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन यह तभी पूरी होगी जब पुराने विधायक अपने आवास खाली करेंगे।
JJP के प्रदेश कार्यालय के रूप में इस्तेमाल हो रहा चंडीगढ़ का यह फ्लैट पार्टी के लिए बड़ा मुद्दा बन गया है। हार और गठबंधन टूटने के बाद JJP संगठन को फिर से सक्रिय करने में लगी है, लेकिन दफ्तर का भविष्य अनिश्चित है। 15 दिसंबर तक का समय पार्टी के लिए निर्णायक हो सकता है।
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