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कांग्रेस की हार के बाद भी घमासान जारी: पार्टी नेता EVM को लेकर आपस में भिड़े

Haryana Congress


Haryana News: देशभर में कांग्रेस की हालिया हार के कारणों को लेकर पार्टी नेताओं के बीच आपसी कलह खुलकर सामने आ गई है। मतगणना के दिन हरियाणा की 14 विधानसभा सीटों पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतों को लेकर पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान आमने-सामने आ गए हैं।


ईवीएम गड़बड़ी के आरोपों पर विवाद

दीपक बाबरिया ने दावा किया कि मतगणना के दिन उन्हें ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें मोबाइल पर मिली थीं, जिन्हें उन्होंने तुरंत ही प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को फॉरवर्ड कर दिया था। हालांकि, उदयभान ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें ऐसा कोई संदेश नहीं मिला। उदयभान ने कहा, "मुझे जो मैसेज आया था, वह अधूरा था और उसमें आधा सच और आधा झूठ था।"


फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी की बैठक: हार के कारणों पर चर्चा

कांग्रेस की हार के कारणों की जांच के लिए नई दिल्ली में सोमवार को पार्टी की फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी की बैठक हुई। बैठक में कांग्रेस उम्मीदवारों से चार मुख्य सवाल पूछे गए:

  1. चुनाव हारने का कारण क्या था?
  2. आपके क्षेत्र में किन नेताओं ने दौरे किए?
  3. आपने किस स्टार प्रचारक को बुलाया और कौन प्रचारक आपके क्षेत्र में आया?
  4. ईवीएम का क्या रोल रहा, और आपने इस पर कोई शिकायत की थी या नहीं?

रिपोर्ट जल्द सौंपी जाएगी

बैठक के बाद दीपक बाबरिया ने कहा कि सभी ने अपनी बात कमेटी के सामने रख दी है। अब इस रिपोर्ट को केंद्रीय नेतृत्व को सौंपा जाएगा।


बाबरिया और उदयभान के बीच आरोप-प्रत्यारोप

कांग्रेस की हार के बाद से दीपक बाबरिया और उदयभान के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं। उदयभान ने आरोप लगाया कि बाबरिया ने ईवीएम गड़बड़ी की शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया और संगठनात्मक संरचना को मजबूत करने में असफल रहे।

बाबरिया ने पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने सभी संदेश उदयभान को फॉरवर्ड किए थे। साथ ही, उन्होंने टिकट वितरण में भी खामियों का जिक्र किया। इस पर उदयभान ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "टिकट वितरण पर सवाल उठाना सही नहीं है। यह संगठन को कमजोर करने वाला बयान है।"


वन-टू-वन बातचीत के जरिए हार की समीक्षा

फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी के सदस्य और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राजस्थान के विधायक हरीश चौधरी ने जूम मीटिंग के माध्यम से नेताओं से वन-टू-वन बातचीत की।

पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह का बयान

चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा, "यह बैठक नहीं बल्कि एक संवाद सत्र था। हार के कारणों को समझने और सुधार लाने की जरूरत है। हरियाणा में कांग्रेस अब भी मजबूत है, बस कमियों को दूर करना होगा।"


क्या कांग्रेस उबर पाएगी इस कलह से?

कांग्रेस की अंदरूनी कलह और हार के बाद जारी आरोप-प्रत्यारोप पार्टी की स्थिति को और कमजोर बना सकते हैं। नेताओं के बीच समन्वय और पारदर्शिता की कमी पार्टी के लिए बड़ी चुनौती है। आने वाले समय में अगर पार्टी ने इन मुद्दों का समाधान नहीं किया, तो भविष्य की राह और कठिन हो सकती है।

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