इनेलो ने किसानों की एमएसपी और सीमा बंदी के मुद्दे पर राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन, अभय चौटाला ने किया बड़ा ऐलान
चंडीगढ़: हरियाणा में किसानों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी दर्जा देने और हरियाणा-पंजाब की बंद सीमाओं को खुलवाने की मांग को लेकर इनेलो (इंडियन नेशनल लोकदल) ने महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। इस दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने किया। उनके साथ पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा, वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आर.एस. चौधरी, पूर्व डीजीपी एम.एस. मलिक, विधायक अर्जुन चौटाला, महिला महासचिव सुनैना चौटाला और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल थे।
किसानों के साथ हो रहा अन्याय
अभय सिंह चौटाला ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केंद्र और हरियाणा सरकार किसानों के साथ गलत कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन कृषि कानून वापस लेते हुए एमएसपी पर कानून बनाने की बात कही थी, लेकिन यह अब तक अमल में नहीं आया। सरकार किसानों को आश्वासन के नाम पर गुमराह कर रही है।
उन्होंने बताया कि किसान आंदोलन के चलते हरियाणा और पंजाब के बीच दो प्रमुख सड़कों को बंद किया गया है, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी हो रही है। उन्होंने राज्यपाल से इन सड़कों को खुलवाने और किसानों को दिल्ली जाने से रोकने पर रोक लगाने की मांग की।
अभय चौटाला ने यह भी कहा कि राज्यपाल ने किसानों के आंदोलन और सीमाओं की बंदी पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया कि वह इस मसले को प्रधानमंत्री के समक्ष उठाएं।
एमएसपी पर सरकार झूठ बोल रही है
अभय सिंह चौटाला ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के एमएसपी पर फसलों की खरीद के दावे को झूठा करार दिया। उन्होंने कहा कि धान की खरीद के दौरान किसानों से 8 से 10 किलो धान की कटौती की गई, जबकि पहले यह कटौती केवल 2 से 3 किलो तक होती थी।
उन्होंने सरकार से मांग की कि मुख्यमंत्री इस मामले पर श्वेत पत्र जारी करें और यह स्पष्ट करें कि एमएसपी पर फसल खरीद में क्या-क्या खामियां हैं।
कांग्रेस पर साधा निशाना
अभय चौटाला ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस किसानों के नाम पर केवल दिखावा कर रही है। उन्होंने कहा कि खाद, बीज, दवाइयों और पानी की समस्या से किसान जूझ रहे हैं, लेकिन कांग्रेस इन मुद्दों को उठाने के बजाय अडानी-अंबानी जैसे विषयों पर प्रदर्शन कर रही है।
एक देश, एक चुनाव का समर्थन
अभय सिंह चौटाला ने एक देश, एक चुनाव का समर्थन किया, लेकिन इसके लिए ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की जगह बैलेट पेपर के इस्तेमाल की वकालत की। उन्होंने कहा कि एक साथ चुनाव कराने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन मतदान पारंपरिक बैलेट पेपर से होना चाहिए ताकि चुनावी प्रक्रिया पारदर्शी बनी रहे।
नगर निगम चुनाव की तैयारी
आगामी नगर निगम चुनावों पर बात करते हुए अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इनेलो पूरी तरह तैयार है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि जरूरत पड़ने पर अन्य दलों के साथ गठजोड़ किया जा सकता है।
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का जिक्र
अभय सिंह चौटाला ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की भूख हड़ताल पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि उनकी जान बहुत कीमती है और हरियाणा की सरकार व विपक्ष को मिलकर उनसे अनशन खत्म करने का अनुरोध करना चाहिए।